भट्टी का 'फ्लॉप शो' भी रहा हिट, आज भी इनकी कॉमेडी की याद गुदगुदा जाती है
फुल टेंशन में रहने वाले मध्य वर्ग की समस्याओं को चुटीले अंदाज में उल्टा-पुल्टा करके फ्लॉप शो में दिखाने वाले इस अभिनेता की आज पुण्य तिथि है।
नई दिल्ली [स्पेशल डेस्क]। हंसी दुनिया की वह चीज है जिससे बड़ी से बड़ी चीज भी बदली जा सकती है। एक हंसी इंसान को उसके सारे गम भुला देती है। हंसी का जादू दुनिया के सारे तिलिस्म से बड़ा होता है। इस कला में निपुण होना बेहद कठिन है। लेकिन इस कला के बल पर ही स्वर्गीय जसपाल भट्टी ने अपने लिए एक अलग मुकाम खड़ा किया। 'उल्टा-पुल्टा' और 'फ्लॉप शो' जैसे नाम आते ही जेहन में जसपाल भट्टी का नाम आ जाता है। जसपाल भट्टी एक ऐसे अभिनेता थे जो सामाजिक मसलों पर बड़े ही अनोखे अंदाज में व्यंग्य किया करते थे। तीन मार्च 1955 को जन्मे जसपाल भट्टी की 25 अक्टूबर 2012 को एक सड़क हादसे में दुर्भाग्यपूर्ण मौत हो गई थी।
फ्लॉप शो से हिट हुए जसपाल भट्टी
जसपाल भट्टी को 1990 के दशक में उनके कम बजट की टीवी सीरीज 'फ्लॉप शो' से घर-घर में पहचाना जाने लगा। खास बात यह है कि इस सीरीज की प्रोड्यूसर उनकी पत्नी सविता भट्टी थीं। यही नहीं असल जिंदगी के यह पति-पत्नी 'फ्लॉप शो' में भी मियां-बीवी के रूप में नजर आते थे। इस सीरीज में सिर्फ 10 ही एपीसोड शूट किए गए थे, लेकिन हर उम्र के लोगों को यह पसंद आया और आज भी इस शो के प्रशंसक आसानी से मिल जाते हैं। दूरदर्शन पर प्रसारित होने वाले 'फ्लॉप शो' और 'उल्टा-पुल्टा' के चलते ही जसपाल भट्टी को किंग ऑफ कॉमेडी कहा जाने लगा। इन्ही कार्यक्रमों में काम करके शौहरत कमाने वाले विवेक शौक ने बाद में फिल्मों में भी काम किया, लेकिन दुर्भाग्य से उनकी भी 10 जनवरी 2011 को मौत हो गई।
जसपाल भट्टी और नॉनसेंस प्राइवेट लिमिटेड
जसपाल भट्टी आम लोगों की जिंदगी पर असर डालने वाले मुद्दों को इतनी सहजता से उठाते थे कि हर कोई उनके व्यंग्य पर हंसने को मजबूर हो जाता है। यही नहीं उनकी टीवी सीरीज के नाम भी ऐसे होते थे, जो दर्शकों को अपनी ओर आकर्षित करते थे। 'फ्लॉप शो', 'उल्टा-पुल्टा', 'सेहजी की एडवाइस', 'फुल टेंशन', 'थैंक्यू जीजा जी' और 'ढाबा जंक्शन' जैसे उनके देश के मध्य वर्ग की कहानी बयान करते थे। इनके अलावा वह टीवी शो 'कॉमेडी का किंग कौन' में जज के तौर पर शामिल हुए, जबकि पत्नी सविता के साथ डांस रियलिटी शो 'नच बलिए' में भी उन्होंने ठुमके लगाए।
माहौल ठीक है
जसपाल भट्टी ने सिर्फ टीवी सीरीज ही नहीं बनाईं। उन्होंने कई फिल्मों में भी काम किया। यही नहीं उन्होंने साल 1999 में पंजाब पुलिस पर एक पंजाबी फिल्म बनाई जिसका नाम था- 'माहौल ठीक है'। यह उनके निर्देशन में बनी पहली फिल्म थी। फिल्म को दर्शकों का प्यार भी खूब मिला। फिल्म 'फना' में उन्होंने एक गार्ड जॉली सिंह का किरदार निभाया, जबकि फिल्म 'कोई मेरे दिल से पूछे' में उन्होंने कॉलेज प्रिंसिपल की भूमिका निभायी थी। 'मौसम', 'कुछ ना कहो', 'जानी दुश्मन', 'हमारा दिल आपके पास है', 'ये है जलवा', 'आ अब लौट चलें' और 'जानम समझा करो' जैसी फिल्मों में भी जसपाल भट्टी ने एक्टिंग की।
जसपाल भट्टी के बारे में
3 मार्च 1955 को अमृतसर में जन्मे जसपाल भट्टी ने पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज (चंडीगढ़) से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की डिग्री ली। सविता से उनकी शादी 24 मार्च 1985 को हुई थी। 26 अक्टूबर 2012 को उनके बेटे जसराज भट्टी की फिल्म 'पावर कट' रिलीज होने वाली थी, लेकिन एक दिन पहले 25 अक्टूबर को जलंधर जिले में शाहकोट के पास एक कार हादसे में इस बेहतरीन एक्टर की 57 साल की उम्र में मृत्यु हो गई। उनके परिवार में उनके बेटे जसराज भट्टी और बेटी राबिया भट्टी हैं। साल 2014 के आम चुनाव में उनकी पत्नी सविता भट्टी को आम आदमी पार्टी ने चंडीगढ़ से अपने उम्मीदवार के तौर पर चुना था, लेकिन उन्होंने चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया।