चक्रवात फनी की आहट से केरल में रेड अलर्ट, खतरनाक रूप ले सकता है समुद्र
मौसम विभाग के मुताबिक बंगाल की खाड़ी के सुदूर पूर्वी इलाके में कम दबाव क्षेत्र के चलते उठे चक्रवाती तूफान के कुछ दिनों में दक्षिण भारत के तटवर्ती इलाकों से टकराने की संभावना है।
चेन्नई, प्रेट्र। मौसम विभाग ने चक्रवाती तूफान फनी को लेकर शुक्रवार को केरल में रेड अलर्ट जारी किया है। हिंद महासागर और उससे सटे बंगाल की खाड़ी में कम दबाव क्षेत्र से बने फनी चक्रवात से केरल के तटवर्ती इलाकों में भीषण तूफान के साथ बारिश की संभावना जताई गई है। मछुआरों से समुद्र से दूर रहने को कहा गया है। तमिलनाडु और पुडुचेरी के तटवर्ती क्षेत्रों में भी भारी बारिश की संभावना जताई गई है।
मौसम विभाग के मुताबिक बंगाल की खाड़ी के सुदूर पूर्वी इलाके में कम दबाव क्षेत्र के चलते उठे चक्रवाती तूफान के कुछ दिनों में दक्षिण भारत के तटवर्ती इलाकों से टकराने की संभावना है। इसको देखते हुए विभाग ने 28 अप्रैल को तटवर्ती तमिलनाडु, पुडुचेरी और केरल में कहीं हल्की तो कहीं सामान्य बारिश की संभावना जताई है। वहीं, इन इलाकों में 30 अप्रैल और एक मई को भारी और अत्यंत भारी बारिश की भविष्यवाणी भी की है।
बंगाल की खाड़ी के साथ ही हिंद महासागर के पूर्वी भूमध्यवर्ती इलाके में भी कम दबाव क्षेत्र बना है। अगले चौबीस घंटे में इसके और गहराने की आशंका है। मौसम विभाग का कहना है कि चक्रवाती तूफान तेजी से केरल की तरफ बढ़ रहा है। अभी उसकी गति 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की है, जिसके 30 अप्रैल तक बढ़कर 90-100 किलोमीटर प्रति घंटे होने की संभावना है। विभाग के मुताबिक 29 अप्रैल के बाद समुद्र खतरनाक रूप ले सकता है।
केरल में फिलहाल मौसम सामान्य है। धूप खिल रही है और समुद्र भी शांत बना हुआ है। लेकिन, मौसम विभाग और राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा अलर्ट जारी किए जाने के बाद राज्य के सबसे बड़े मछुआरों के इलाके वलियातुरा में डर और दहशत का माहौल है। यहां लगभग तीन हजार मछुआरे रहते हैं।
मछुआरों का यह भी कहना है कि वह मौसम विभाग और राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के निर्देशों की अनदेखी नहीं करेंगे, जैसा कि ओखी चक्रवात के दौरान की थी। बता दें कि पिछले साल केरल में ओखी चक्रवात में 89 मछुआरों की जान चली गई थी और सौ से ज्यादा लापता हो गए थे।
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