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भारत के लिए इसलिए खास है संयुक्त अरब अमीरात

34 साल बाद कोई भारतीय प्रधानमंत्री संयुक्त अरब अमीरात की यात्र पर है। 1981 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी वहां गई थीं। कई नजरियों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यह यात्र अहम बताई जा रही है। आइए जानें कि यूएई भारत के लिए क्यों और कितनी अहमियत रखता है?

By Gunateet OjhaEdited By: Published: Tue, 18 Aug 2015 08:41 AM (IST)Updated: Tue, 18 Aug 2015 03:02 PM (IST)

नई दिल्ली। 34 साल बाद कोई भारतीय प्रधानमंत्री संयुक्त अरब अमीरात की यात्र पर है। 1981 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी वहां गई थीं। कई नजरियों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यह यात्र अहम बताई जा रही है। आइए जानें कि यूएई भारत के लिए क्यों और कितनी अहमियत रखता है?

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-भारत, यूएई का तीसरा सबसे बड़ा व्यापारिक सहयोगी है।

- यूएई में लगभग 30 फीसद आबादी भारतीयों की है। वहां 26 लाख भारतीय हैं।

-यूएई में बसे भारतीय हर साल 12 अरब डॉलर भारत भेजते हैं।

- कचे तेल और ऊर्जा के क्षेत्र में यूएई अहम साङोदार है।

- भारत में यूएई का निवेश 3 अरब डॉलर का है।

- चीन, अमेरिका के बाद तीसरा सबसे बड़ा व्यापारिक साङोदार है।

- दोनों देशों के बीच 60 अरब डॉलर तक का द्विपक्षीय व्यापार है।

- साल 2014-15 में यूएई भारत का कचे तेल का छठा सबसे बड़ा निर्यातक रहा।

- अपराधियों के वहां छिपने पर उन्हें भारत लाने के लिए सहयोग जरूरी है। इस दृष्टि से भी हमारे यूएई से संबंध खास मायने रखते हैं।

- एक अखबार को दिए इंटरव्यू में मोदी ने कहा है कि खाड़ी क्षेत्र में भारत की आर्थिक, सुरक्षा और ऊर्जा क्षेत्रों में विकास के लिए यूएई को वह एक अहम साथी के रूप में देखना चाहते हैं।


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