'हर किसी की मदद को सर्वथा आगे है भारत', 10 बिंदुओं में जानें पीएम मोदी के संदेश की अहम बातें
पीएम मोदी ने बुद्ध पूर्णिमा के मौके पर एक बार फिर देश को संबोधित किया और सभी से कोरोना वायरस की जंग में अपनी अहम भूमिका को सही से निभाने की अपील की।
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर देशवासियों को संबोधित किया और उन्हें भगवान बुद्ध के बताए मार्ग पर चलने का आग्रह किया। उन्होंने इस दौरान कोरोना योद्धाओं का आभार प्रकट किया और कहा कि ये लोग अपनी परवाह किए बिना देश की सेवा में लगे हैं। उन्होंने कोरोना संकट से निपटने के लिए किए जा रहे इंतजाम के बीच मिल रही सफलता का भी जिक्र किया। साथ ही ये भी कहा कि इसमें सभी देशवासियों की भागीदारी पहले की ही तरह जरूरी है। उन्होंने इस मौके पर ये भी कहा कि वर्तमान का समय किसी को भी इस बात की इजाजत नहीं देता है कि किसी भी समारोह का आयोजन किया जाए या उसमें भागीदारी की जाए, लेकिन हमें ऐसे में भी भगवान बुद्ध के बताए आदर्शों से भटकना नहीं है। उनके बताए मार्ग का अनुसरण करना है और उनकी शिक्षा का प्रचार-प्रसार करना है। आपको बता दें कि भारत में 52952 मामले अब तक सामने आ चुके हैं और इसकी वजह से अब तक 1783 मरीजों की मौत हो चुकी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार इस संबंध में लोगों को समय-समय पर संबोधित कर सरकार के पक्ष और फैसलों की भी जानकारी दे रहे हैं। आइये जानते हैं बुद्ध पूर्णिमा के मौके पर दिए गए उनके संबोधन की कुछ अहम बातें:-
- भगवान बुद्ध के दिए ज्ञान से हमने सीखी है दया, करुणा, जो जैसा है उसको स्वीकारना और मदद के लिए हमेशा तत्पर रहना। पीएम मोदी ने मानवता की सेवा में लगे डॉक्टरों, नर्सों और अन्य कर्मचारियों को नमन किया।
- भारत पूरी मजबूती के साथ विश्व के साथ खड़ा है। ऐसी मुश्किल घड़ी में भारत किसी भी तरह से अपनी लाभ-हानि को देखे बिना पूरे विश्व की सहायता कर रहा है।
- भारत की प्रवृति हमेशा से यही रही है कि जो उससे मदद मांगे उसे निराश नहीं करना है। आज भी सरकार इस पर पूरी तरह से अमल कर रही है।
- कोरोना संकट की इस मुश्किल घड़ी में जिस देश ने भारत से मदद की गुहार लगाई उसको भारत ने तुरंत मदद मुहैया करवाई है। वर्तमान में जो पूरी दुनिया में उथलपुथल चल रही है उसमें भटकना नहीं है। ये घड़ी टल जाएगी यदि हम सभी मिलजुल काम करते रहेंगे।
- इस मुश्किल समय में भी भारत ने भी हर किसी के पास पहुंचने में कोई कसर नहीं छोड़ी।
- भारत जहां अपने नागरिकों का जीवन बचाने बचाने के लिए पूरा प्रयास कर रहा है वहीं दूसरी तरफ अपने वैश्विक कर्तव्य को भी बखूबी निभा रहा है।
- भारत भगवान बुद्ध के दिखाए मार्ग पर चल रहा है और उनकी दी गई शिक्षा को अमल में ला रहा है। भगवान बुद्ध के बताए आत्म्बोध के मार्ग पर चलकर ही हम खुद इस संकट से निकल सकते हैं और पूरे विश्व को भी इस संकट से निकलने में मदद कर सकते हैं। हम पूरी दुनिया के साथ मिलकर काम कर रहे हैं।
- भारत की सफलता के पैमाने और लक्ष्य बदलते रहते हैं, लेकिन, इसमें भी हम ध्यान रखते हैं कि हमारा काम निरंतर सेवा भाव से ही होना चाहिए। इनसे ही हम मजबूती पाते हैं और हर समस्या से पार पार सकते हैं।
- प्रधानमंत्री मोदी ने पूरे विश्व की मंगलकामना के साथ-साथ देश और विदेशों में बसे उन लोगों से जो अपने घरों से दूर हैं, अपील की कि वे जहां हैं वहां पर अपने साथ दूसरों का भी पूरा ध्यान रखें।
- उन्होंने कहा कि इस मुश्किल घड़ी में भी कुछ लोग निस्वार्थ भाव से देशवासियों की सेवा में 24 घंटे लगे हैं। वो अपनी जान की परवाह न किए दूसरों की मदद कर रहे हैं। ऐसे लोगों का न सिर्फ मनोबल हमें बढ़ाना है बल्कि उनको नमन भी करना है।
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