Move to Jagran APP

रामदेव पर नहीं हुआ था पद्म पुरस्कार के लिए विचार

मशहूर पटकथा लेखक सलीम खान, पूर्व राजनयिक केएस बाजपेयी, आध्यात्मिक गुरु श्रीश्री रविशंकर, मुहम्मद बुर्हानुद्दीन और माता अमृतानंदमयी ने पद्म पुरस्कार लेने से मना कर दिया था। जबकि इस सम्मान के लिए योग गुरु रामदेव के नाम पर विचार भी नहीं किया गया था। यह जानकारी एक आरटीआइ से मिली

By Murari sharanEdited By: Published: Tue, 12 May 2015 06:38 PM (IST)Updated: Tue, 12 May 2015 06:46 PM (IST)

नई दिल्ली। मशहूर पटकथा लेखक सलीम खान, पूर्व राजनयिक केएस बाजपेयी, आध्यात्मिक गुरु श्रीश्री रविशंकर, मुहम्मद बुर्हानुद्दीन और माता अमृतानंदमयी ने पद्म पुरस्कार लेने से मना कर दिया था। जबकि इस सम्मान के लिए योग गुरु रामदेव के नाम पर विचार भी नहीं किया गया था। यह जानकारी एक आरटीआइ से मिली है।

loksabha election banner

आरटीआइ में उन लोगों के नाम पूछे गए थे जो सर्वोच्च नागरिक पुरस्कारों के लिए चुने गए थे लेकिन यह जानकारी नहीं दी गई। गृह मंत्रालय ने बताया कि सलीम खान, पूर्व राजनयिक केएस बाजपेयी, श्रीश्री रविशंकर, मुहम्मद बुर्हानुद्दीन और माता अमृतानंदमयी ने पद्म पुरस्कारों को स्वीकार करने से मना किया था। आरटीआइ कार्यकर्ता सुभाष अग्रवाल को दिए जवाब में मंत्रालय ने वेबसाइट का उल्लेख किया, जिसमें पद्म पुरस्कारों के लिए विचार किए गए और चुने गए नामों की सूची है।

लेकिन इसमें योग गुरु रामदेव का नाम नहीं था। उल्लेखनीय है कि 26 जनवरी, 2015 को इन पुरस्कारों को दिए जाने के दो दिन पहले रामदेव ने दावा किया था कि उन्होंने पुरस्कार से मना करने के लिए गृहमंत्री राजनाथ सिंह को पत्र लिखा था क्योंकि उन्हें पता चला था कि इसके लिए उनके नाम पर विचार किया जा रहा है। हाल ही में रामदेव ने यह कहकर नए विवाद को जन्म दिया था कि पद्म पुरस्कारों के लिए लॉबिंग की जाती है।

पढ़ें: पद्म और नोबेल पुरस्कार के लिए की जाती है लाबिंग: रामदेव

बाबा रामदेव की 'बेटे की बूटी' पर हंगामा


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.