Rama Navami Wishes: रामनवमी के अवसर पर पीएम मोदी समेत इन नेताओं ने देशवासियों को दी शुभकामनाएं
Rama Navami Wishes आज रामनवमी है। भगवान श्री राम के जन्म उत्सव। कोरोना वायरस को लेकर देशव्यापी लॉकडाउन में भी रामनवमी पर्व को लेकर लोगों में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है।
नई दिल्ली, जेएनएन। आज रामनवमी है। भगवान श्री राम के जन्म उत्सव। कोरोना वायरस को लेकर देशव्यापी लॉकडाउन में भी रामनवमी पर्व को लेकर लोगों में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है। हालांकि, संक्रमण से बचने के लिए सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए भी लोग दिखाई दे रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस अवसर पर सभी देशवासियों को शुभकामनाएं दी हैं।
पीएम मोदी ने ट्वीट कर सबको बधाई देते हुए लिखा- रामनवमी के पावन अवसर पर समस्त देशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं। जय श्रीराम!
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने देशवासियों को रामनवमी की शुभकामनाएं देते हुए ट्वीट किया, 'राम नवमी के पावन अवसर पर सभी देशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं। भगवान राम का आदर्श जीवन हमें सदाचार, सहनशीलता, सहृदयता और मैत्री-भाव का संदेश देता है। आइए, राम नवमी के इस पर्व पर हम, अपने जीवन में श्रीराम के आदर्शों का अनुसरण करने और गौरवमयी भारत के निर्माण का संकल्प लें।
हिन्दू धर्म में चैत्र मास की शुक्लपक्ष नवमी को रामनवमी का त्योहार मानाया जाता है। इस दिन भगवान विष्णु के 7वें अवतार भगवान राम का जन्म हुआ था। भगवान श्रीराम के पृथ्वी पर आगमन का दिन बेहद फलदायी माना गया है। इस दिन मांगी गई हर मनोकामना पूर्ण होती है।
देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी रामनवमी के अवसर पर देश को बधाई दी है। उन्होंने ट्वीट किया- श्रीरामनवमी के पावन पर्व की आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएँ। मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम हम सभी के लिए श्रद्धा और शक्ति के प्रेरणा पुंज हैं। जय श्रीराम!
गृहमंत्री अमित शाह ने देश के शुभकामनाएं देते हुए लिखा- मस्त देशवासियों को रामनवमी के महापर्व की हार्दिक शुभकामनाएँ।
वहीं, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भगवान श्रीराम के सुंदर से चित्र के साथ ट्वीट कर रामनवमी के अवसर पर देशवासियों को शुभकामनाएं दीं।
यह अदभुत योग है कि हमारी आस्था का धाम अयोध्या जब रामजन्मभूमि मंदिर निर्माण की गवाह बन रही है, तब देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बतौर सांसद विश्व की उस सबसे प्राचीनतम नगरी काशी का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं जहां बाबा विश्वनाथ खुद विराजमान हैं। राम से बड़ा राम का नाम है। राम नाम ने देश की हवा बदल दी। यह उनका ही आशीर्वाद था कि मध्यकाल में महान संत गोस्वामी तुलसीदास जी ने रामचरितमानस जैसी अलौकिक रचना कर उसे घर-घर पहुंचा दिया।