मोदी सरकार के रहते हम बनाएंगे अयोध्या में राम मंदिर : स्वरूपानंद
स्वरूपानंद ने कहा- भाजपा के अलावा अन्य किसी सरकार से हम धर्माचार्यों, हिंदू समाज और भारत की जनता को राम मंदिर बनाने की बात कहने का हक भी नहीं है।
भोपाल (नईदुनिया)। केंद्र में नरेंद्र मोदी सरकार के रहते हम सभी धर्माचार्य और हिंदू समाज के लोग अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर मंदिर का निर्माण कराएंगे। भाजपा के अलावा अन्य किसी सरकार से हम धर्माचार्यों, हिंदू समाज और भारत की जनता को राम मंदिर बनाने की बात कहने का हक भी नहीं है। यह बात शारदा पीठ के शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती ने भोपाल स्थित झरनेश्वर मंदिर में बुधवार को हमारे सहयोगी 'नईदुनिया' से विशेष बातचीत में कही।
वह यहां चैत्र नवरात्र में मां शक्ति की आराधना के संदर्भ में प्रवचन देने के लिए 26 मार्च तक ठहरे हुए हैं।
बातचीत के प्रमुख अंश :
सवाल- राम मंदिर निर्माण कब तक हो जाएगा?
जवाब - केंद्र में नरेंद्र मोदी की सरकार के रहते अयोध्या में श्रीराम मंदिर का निर्माण हो जाएगा।
सवाल- आप किस आधार पर यह दावा कर रहे हैं?
जवाब - सरकार का राजधर्म है कि वो अपने चुनावी घोषणा पत्र में किए गए वादे को पूरा करे। इसलिए केंद्र में नरेंद्र मोदी सरकार के रहते अयोध्या स्थित श्रीराम जन्मभूमि पर मंदिर का निर्माण कराने का हक हम धर्माचार्यों और हिंदू समाज के लोगों को है।
सवाल- सरकार पर भरोसा करने की वजह क्या है?
जवाब - चुनाव के दौरान भाजपा ने अपने घोषणा पत्र में राममंदिर निर्माण कराने का वादा किया था और नरेंद्र मोदी को पीएम प्रोजेक्ट किया गया था। इसी आधार पर केंद्र में भाजपा की सरकार बनी। इसलिए मोदी पर भरोसा है कि वह प्रधानमंत्री रहते मंदिर निर्माण की अड़चनें दूर करेंगे।
सवाल- अन्य किसी पर भरोसा क्यों नहीं?
जवाब - मोदी के अलावा केंद्र में अन्य किसी की सरकार बनेगी तो हम धर्माचार्यों, हिंदू समाज और भारत की जनता को मंदिर निर्माण कराने की बात कहने का हक भी नहीं रहेगा। भाजपा ही है कि जो राम मंदिर सहित अन्य हिंदू हितों को लेकर चुनाव लड़ती है।
सवाल- क्या अड़चन है मंदिर निर्माण में?
जवाब - श्रीराम जन्मभूमि पर जितनी जमीन का दावा मंदिर निर्माण ट्रस्ट ने किया है वह पूरी जमीन हमें मिली नहीं है। हाई कोर्ट ने भूमि का कुछ हिस्सा मस्जिद कमेटी को भी दिया है। इसलिए अभी मंदिर का निर्माण शुरू नहीं किया गया।
सवाल- तो फिर मोदी क्यों नहीं करा रहे मंदिर का निर्माण ?
जवाब - प्रधानमंत्री पद के लिए संविधान की शपथ लेनी पड़ती है और हमारे देश का संविधान धर्मनिरपेक्ष है। इसलिए कोई भी प्रधानमंत्री मंदिर का निर्माण नहीं करा सकता। मंदिर का निर्माण तो हम धर्माचार्य और हिंदू समाज के लोग ही कराएंगे।