नेशनल हेराल्ड मामला: राम जेठमलानी ने सोनिया को दी पैरवी की पेशकश
पूर्व भाजपा नेता और वरिष्ठ वकील राम जेठमलानी ने नेशनल हेराल्ड मामले में आरोपी कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी की तरफ से पैरवी करने की पेशकश की है
नई दिल्ली। पूर्व भाजपा नेता और वरिष्ठ वकील राम जेठमलानी ने नेशनल हेराल्ड मामले में आरोपी कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी की तरफ से पैरवी करने की पेशकश की है।
जानकारी के मुताबिक नेश्नल हेराल्ड मामले में हाईकोर्ट द्वारा जिला अदालत के समन को निरस्त करने की याचिका खारिज होने के दो दिन बाद 11 दिसंबर को राम जेठमलानी ने सोनिया गांधी को पत्र लिखकर इस मामले में उनकी तरफ से पैरवी करने की पेशकश की थी।
सोनिया को पत्र लिखकर की थी पैरवी की पेशकश
राम जेठमलानी ने पत्र में लिखा था कि वो जानते हैं कि कांग्रेस पार्टी में एक से बढ़कर एक वकील मौजूद हैं फिर भी अगर उन्हें जरूरत पड़े तो वो उनकी मदद करने के लिए तैयार हैं। उन्होंने ये भी लिखा कि इस केस में राहुल और सोनिया के पक्ष में लड़ने के लिए ना तो उन्हें कोई फीस चाहिए और ना ही वो किसी प्रकार की सुविधा चाहते हैं।
राजनीति से प्रेरित है चार्जशीट -जेठमलानी
रामजेठमलानी ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि गांधी परिवार ने नेशनल हेराल्ड मामले में कुछ भी गलत नहीं किया है और वो अदालत में बिना किसी फीस के राहुल और सोनिया गांधी का बचाव करने के लिए तैयार हैं। अपने इस फैसले के पीछे दलील देते हुए जेठमलानी ने कहा कि उनका हर फैसला साफ राजनीति से प्रेरित होता है इसलिए पिछले दिनों राज्यसभा में जो कुछ भी हुआ उसके बावजूद वो ये कह रहे हैं कि राहुल और सोनिया गांधी ने कुछ भी गलत नहीं किया है।
उन्होंने कहा कि नेशनल हेराल्ड मामले में राहुल और सोनिया पर शक करने का कोई आधार नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि दोनों के खिलाफ दायर की गई चार्जशीट झूठ और दुर्भावनापूर्ण है।
सोनिया से नहीं मिला पत्र का जवाब
पत्र का कोई जवाब नहीं मिलने का बाद 12 दिसंबर को जेठमलानी ने दोबारा सोनिया गांधी को पत्र लिखा जिसके कुछ दिन बाद सोनिया गांधी की तरफ से जेठमलानी को पत्र मिला जिसमें उनकी पैरवी की पेशकश के लिए कृतज्ञता जाहिर की गई थी।
केजरीवाल को भी कर चुके हैं पैरवी की पेशकश
ये पहला मामला नहीं है जब राम जेठमलानी ने भाजपा के खिलाफ जाकर कोई निर्णय लिया हो। डीडीसीए मामले में वित्त मंत्री अरुण जेटली की तरफ से अरविंद केजरीवाल के खिलाफ दायर किए गए मानहानि के मामले में भी रामजेठमलानी ने बिना फीस के अरविंद केजरीवाल की तरफ से पैरवी करने की पेशकश की थी।
आपको बता दें कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या के एक मामले में एक दूसरे के खिलाफ बोलने के बाद से ही रामजेठमलानी और सुब्रमण्यम स्वामी एक दूसरे के खिलाफ हैं।
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