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अन्ना के समर्थन में रजनीकांत, मुस्लिम संगठन खिलाफ

अन्ना की मुहिम के जहां रजनीकांत समर्थक हैं तो कुछ मुस्लिम संगठन इसको सांप्रदायिक संगठनों के हाथ मजबूत करने की साजिश बता रहे हैं। वहीं महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने सवाल किया है कि संसद में चर्चा के दौरान इसको लेकर सरकार पर दबाव बनाना कितना सही है।

By Edited By: Published: Tue, 27 Dec 2011 08:09 AM (IST)Updated: Tue, 27 Dec 2011 08:48 AM (IST)
अन्ना के समर्थन में रजनीकांत, मुस्लिम संगठन खिलाफ

चेन्नई। भ्रष्टाचार विरोधी मुहिम को अपना समर्थन देते हुए सुपरस्टार रजनीकांत ने सशक्त लोकपाल विधेयक की मांग को लेकर टीम अन्ना कार्यकर्ताओं के द्वारा आयोजित किए जाने वाले तीन दिवसीय उपवास के लिए अपना वेंडिंग हॉल बिना किसी शुल्क के दिया है।

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इंडिया अगेंस्ट करप्शन के केंद्रीय कोर कमेटी के सदस्य एम एस चंद्रमोहन ने बताया मंगलवार से तीन दिवसीय उपवास के आयोजन में हमने उन्हें अपना समर्थन देने के लिए संपर्क किया था जिसे रजनीकांत ने स्वीकार कर लिया। रजनीकांत ने कहा कि वह हमेशा से भ्रष्टाचार के खिलाफ रहे हैं।

राघवेंद्र कल्याण मंडपम शहर के कोडामबक्कम इलाके में हैं, जहा पर लोग उपवास के लिए जुटेंगे। वहीं कुछ मुस्लिम संगठन अन्ना के अनशन के खिलाफ हैं। मुंबई में सशक्त लोकपाल विधेयक की मांग को लेकर अन्ना हजारे के अनशन का विरोध करते हुए एक मुस्लिम संगठन ने दावा किया है कि इससे सांप्रदायिक ताकतों को मदद मिलेगी।

जमीयत-ए-उलेमा हिंद के राज्य इकाई के महासचिव मौलाना हलीमुल्ला कासमी ने एक बयान में कहा है कि संगठन भ्रष्टाचार के खिलाफ है लेकिन हजारे के साथ जुड़े लोग संघ और सांप्रदायिक ताकतों के इशारों पर काम कर रहे हैं। उन्होंने अन्ना हजारे के आंदोलन को सांप्रदायिक ताकतों के हाथ मजबूत करने की एक साजिश बताया है।

दूसरी तरफ महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने अन्ना पर सवाल उठाते हुए कहा कि ऐसे समय जब इस विधेयक पर संसद में चर्चा हो रही है तब इसको लेकर सरकार पर दबाव बनाना क्या सही है।

मजबूत लोकपाल विधेयक को लेकर अन्ना हजारे के तीन दिवसीय अभियान की पूर्व संध्या पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हान ने कहा कि कार्यकर्ताओं को आत्मविश्लेषण करना चाहिए कि क्या संसद पर 'दवाब' बनाना सही है ऐसे समय जब विधेयक पर चर्चा चल रही है।

एक कार्यक्रम से इतर चव्हान ने कहा, हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि एक लोकतंत्र में केवल संसद ही विधेयक पारित करवाने का अधिकारी है। उन्होंने कहा कि हजारे को दो-तीन दिन तक और इंतजार करना चाहिए था चूंकि संसद में इस चर्चा हो रही है।

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