पीठ पर वार कर भारत की प्रगति को रोकना चाहता है पाकिस्तान- राजनाथ सिंह
गौरतलब है कि पिछले तीन दशकों से आतंकवाद से जूझ रहा भारत अब इसके प्रायोजक पाकिस्तान को अलग-थलग करने की मुहिम में जुटा है।
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। आतंकवाद को अपनी कूटनीति का अहम हिस्सा बनाने पर गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान को खरी-खरी सुनाई है। राजनाथ ने कहा कि पीछे से छिपकर वार करना कायरों का काम है। आतंकवादियों से सहारे छद्मयुद्ध चलाना ऐसा ही है। पाकिस्तान आतंकवाद की 'कायरतापूर्ण' मदद लेकर भारत को नुकसान पहुंचाने का प्रयास कर रहा है।
भारत-तिब्बत सीमा पुलिस के 55वें स्थापना दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में राजनाथ ने पाकिस्तान की ओर इशारा करते हुए कहा किवह आतंकवाद के जरिये भारत को अस्थिर करने का प्रयास कर रहा है। उसका उद्देश्य भारत की प्रगति को बाधित करना है, जो दुनिया में सबसे तेज गति से विकास कर रहा है। लेकिन वह कभी भी अपने उद्देश्य में सफल नहीं हो पाएगा।
गौरतलब है कि पिछले तीन दशकों से आतंकवाद से जूझ रहा भारत अब इसके प्रायोजक पाकिस्तान को अलग-थलग करने की मुहिम में जुटा है। इसके पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पाकिस्तान को आतंकवाद की जननी बता चुके हैं। इसके साथ ही पाकिस्तान को आतंकवाद को पोषित करने वाला देश घोषित करने के लिए विभिन्न देशों में अभियान चल रहा है। राजनाथ सिंह की ताजा टिप्पणी को इसी कड़ी में देखा जा रहा है।
दरअसल, 17 सितंबर को उड़ी के सैन्य शिविर पर हुए आतंकी हमले में 19 सैनिकों के शहीद होने के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया है। जवाबी कार्रवाई में भारत ने 27 सितंबर को गुलाम कश्मीर में सर्जिकल स्ट्राइक कर आतंकियों के सात लांच पैड को नष्ट कर दिया था। हालांकि, पाकिस्तान सर्जिकल स्टाइक होने से इन्कार कर रहा है। लेकिन इसके बाद उसकी ओर से अकारण गोलीबारी की घटनाएं बढ़ गई हैं। भारतीय सुरक्षा बलों की जवाबी कार्रवाई में कई पाकिस्तानी रेंजर मारे जा चुके हैं। गृह मंत्री ने कहा कि हमारे सैनिक सीमा पार से गोलीबारी का समुचित जवाब दे रहे हैं।
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