चीन मुद्दे पर राजनाथ सिंह ने सेना प्रमुखों के साथ की बैठक, भारत नहीं रोकेगा सड़क निर्माण
चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बिपिन रावत के अलावा तीनों सेनाओं के प्रमुखों के साथ हुई इस बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लद्दाख के ताजा हालात का जायजा लिया।
नई दिल्ली, एएनआई। भारत और चीन के बीच लद्दाख सीमा पर जारी तनातनी के बीच मंगलवार को केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अहम बैठक की। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बिपिन रावत के अलावा तीनों सेनाओं के प्रमुखों के साथ हुई इस बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लद्दाख के ताजा हालात का जायजा लिया।
चीनी सैनिकों के साथ बीते दिनों भारतीय सैनिकों की झड़प की खबरें थीं, जिसके बाद दोनों देशों के बॉर्डर पर तनाव की स्थिति है। इस बीच मंगलवार को रक्षा मंत्री की अध्यक्षता में करीब एक घंटे तक बैठक चली, जिसमें भारत किस तरह चीन का जवाब दे रहा है इसकी जानकारी राजनाथ सिंह को दी गई।
बैठक में तय हुआ है कि चीन के साथ जारी मौजूदा विवाद को बातचीत और डिप्लोमेटिक मोर्चे पर सुलझाया जाएगा। लेकिन, भारतीय सेना जहां पर अभी डटी हुई है वहां रहेगी। इसके अलावा भारत ने जो सड़क निर्माण का काम शुरू किया है, वो पूरी तरह से जारी रहेगा।
चीन ने बढ़ाए सैनिक, भारतीय सेना ने सतर्क
भारतीय सेना ने पूर्वी लद्दाख के पेंगोंग त्सो सेक्टर और गलवान घाटी के आसपास चौकसी बढ़ा दी है जहां चीन ने अपने सैनिकों की तैनाती बढ़ा दी है। इसके अलावा, चीन के साथ लगी पश्चिमी सीमा के ट्रेग हाइट्स, डेमचोक और चुमार इलाकों में भी भारतीय सेना बेहद सख्ती दिखा रही है। दरअसल, 5 मई को लद्दाख में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच कहासुनी हुई और 6 मई की सुबह दोनों पक्षों के बीच हिंसक झड़प हो गई जिसमें दोनों तरफ के कई सैनिक जख्मी हो गए। सूत्रों ने बताया कि उसके बाद से झड़प की जगह के नजदीक ही चीन ने अपने सैनिकों की संख्या में बेतहाशा वृद्धि शुरू कर दी। इतना ही नहीं, चीन ने पेंगोंग लेक में पेट्रोलिंग भी बढ़ा दी और बोट भी बढ़ा दिए।
जानें- भारत औऱ चीन के बीच क्यों हुआ विवाद
ताजा तनाव तब शुरू हुआ जब चीन ने भारतीय सीमा में चल रहे निर्माण कार्य पर आपत्ति जताई। हालांकि, भारतीय सेना ने बताया कि पेंगोंग में अब संघर्ष जैसी स्थिति नहीं है और वहां ज्यादा सैनिक भी नहीं हैं। शुक्रवार को भारतीय थल सेना के प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरावणे ने 14 कॉर्प्स के लेह स्थित मुख्यालय का दौरा किया और एलएसी पर सुरक्षा बलों की तैनाती का जायजा लिया। उन्होंने नॉर्दर्न कमांड के चीफ लेफ्टिनेंट जनरल वाईके जोशी और 14 कॉर्प्स कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल हरिंदर सिंह एवं अन्य अधिकारियों के साथ मीटिंग की और एलएसी के पास के जमीनी हालात से वाकिफ हुए।