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अमित शाह से भेंट के बाद माने राजभर, राज्यसभा चुनाव में खुलकर साथ देने का एलान

राजभर ने दैनिक जागरण को दूरभाष पर बताया कि मंगलवार को दिल्ली में सवा चार बजे से छह बजे तक उनकी भाजपा के नये दफ्तर में अमित शाह से बातचीत हुई।

By Tilak RajEdited By: Published: Tue, 20 Mar 2018 09:49 PM (IST)Updated: Wed, 21 Mar 2018 06:53 AM (IST)
अमित शाह से भेंट के बाद माने राजभर, राज्यसभा चुनाव में खुलकर साथ देने का एलान
अमित शाह से भेंट के बाद माने राजभर, राज्यसभा चुनाव में खुलकर साथ देने का एलान

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। संगठन और सरकार के लिए मुसीबत का सबब बने योगी सरकार के पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री और सहयोगी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर अब राज्यसभा चुनाव में खुलकर भाजपा के साथ रहेंगे। दिल्ली में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात के बाद राजभर मान गए। इससे भाजपा ने राहत की सांस ली है।

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राजभर ने कई रैलियों में सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाने के साथ यह एलान किया था कि राज्यसभा चुनाव में वह भाजपा के साथ नहीं रहेंगे क्योंकि भाजपा की ओर से उनसे वोट नहीं मांगा गया। राजभर की पार्टी के चार विधायक हैं, जबकि नवें उम्मीदवार के लिए भाजपा को नौ विधायकों के मत की दरकार है। राजभर के मान जाने से भाजपा की एक बड़ी समस्या हल हो गई है। राजभर की नाराजगी इस कदर थी कि सोमवार को जब सरकार एक वर्ष पूरे होने पर जश्न मना रही थी तब वह अपने आवास पर मीडिया से बातचीत में सरकार को फेल साबित करने में जुटे थे। संसदीय कार्यमंत्री सुरेश खन्ना मनाने गए और कई वरिष्ठ नेताओं के फोन के बाद भी वह नहीं गए। इस बीच अमित शाह ने उन्हें दिल्ली बुलाया।

राजभर ने दैनिक जागरण को दूरभाष पर बताया कि मंगलवार को दिल्ली में सवा चार बजे से छह बजे तक उनकी भाजपा के नये दफ्तर में अमित शाह से बातचीत हुई। राजभर का कहना है कि शाह ने उनका दर्द समझा। आठ माह से मुलाकात न हो पाने और इस बीच प्रदेश सरकार के रवैये से उन्हें अवगत कराया। राजभर ने कहा कि 'मैंने दो टूक कह दिया कि स्थिति ठीक नहीं है, कोई उपाय करिए। इस पर अमित शाह ने भरोसा दिया कि वह 10 अप्रैल को लखनऊ आएंगे। मुख्यमंत्री और मुझे एक साथ बिठाकर वार्ता करेंगे।' राजभर ने कहा कि पिछड़ी जाति और दलितों के आरक्षण में श्रेणीवार विभाजन की मांग रखी जिस पर उन्होंने विचार कर क्रियान्वयन को कहा है।

राजभर से पूछा गया कि अगर दस अप्रैल के बाद भी बात नहीं बनी तो? कहा, कि मुझे अमित शाह पर भरोसा है। आज तक उन्होंने मुझसे जो कहा वह किया। इसलिए उनके कहने पर मैंने खुलकर भाजपा का साथ देने का मन बनाया है। राजभर से पूछा गया कि आपको अपने विभाग को लेकर असंतोष है, क्या विभाग बदलेगा? कहा, अमित शाह स्वीकार किये कि मुझे ठीक विभाग नहीं मिला। लोकसभा चुनाव में अपने दल के लिए टिकट या अगले विधान परिषद चुनाव के सवाल पर उन्होंने कहा कि मैं ऐसे किसी बिंदु पर बात करने नहीं गया था। पिछले आठ माह में मेरे साथ जो हुआ, उसकी शिकायत लेकर गया था। राजभर ने कहा कि शाह ने मुझसे नियमित मिलने का भरोसा दिया है। राजभर ने यह भी बताया कि करीब दो घंटे की मुलाकात के दौरान अमित शाह ने उनके मामले में भाजपा संगठन महामंत्री सुनील बंसल समेत कई प्रमुख लोगों से बातचीत भी की।


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