संजय लीला भंसाली हाईकोर्ट में 'पद्मावत' दिखाने को तैयार, लेकिन रखी ये शर्त
मंगलवार को ही सुप्रीम कोर्ट ने राज्य सरकार की 'पद्मावत' पर बैन लगाने की समीक्षा याचिका खारिज की है। सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले के बाद अब पूरे देश में 25 जनवरी को फिल्म रिलीज होगी।
जयपुर, जागरण संवाददाता। निर्माता-निर्देशक संजय लीला भंसाली अपनी विवादित फिल्म 'पद्मावत' राजस्थान हाईकोर्ट में दिखाने को तैयार है, लेकिन इसके लिए उन्होंने सुरक्षा मांगी है। हाईकोर्ट ने अब सरकार से भंसाली को सुरक्षा की गारंटी देने की बात कहते हुए मामले की अगली सुनवाई 2 फरवरी तक टाल दी है।
मंगलवार को ही सुप्रीम कोर्ट ने राज्य सरकार की 'पद्मावत' पर बैन लगाने की समीक्षा याचिका खारिज की है। सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले के बाद अब पूरे देश में 25 जनवरी को फिल्म रिलीज होगी। भंसाली, दीपिका पादुकोण, रणवीर सिंह और अन्य के खिलाफ प्रदेश में नागौर जिले के डीड़वाना पुलिस थाने में एफआइआर दर्ज कराई गई थी। वीरेन्द्र सिंह और नागपाल सिंह द्वारा दर्ज कराई गई एफआइआर में भंसाली, दीपिका पादुकोण और रणवीर सिंह के खिलाफ आईपीसी की धारा 153ए और 295 में मामले दर्ज हुए थे। इनके खिलाफ धार्मिक भावनाएं भड़काने का आरोप लगाया था।
भंसाली ने यह एफआइआर निरस्त कराने को लेकर राजस्थान हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी, जिस पर मंगलवार को सुनवाई हुई। न्यायाधीश संदीप मेहता ने सुनवाई करते हुए भंसाली के वकील से पूछा कि क्या, वे हाईकोर्ट में फिल्म दिखाने को तैयार हैं। इस पर वकील ने कहा कि वे फिल्म दिखाने को तैयार है, लेकिन जिस तरह से विरोध-प्रदर्शन हो रहे हैं उससे कहीं उनके फिल्म प्रिंट को लेकर कोई अप्रिय घटना नहीं हो जाए। वकील ने पूरी सुरक्षा का आश्वासन मांगा। भंसाली के वकील ने बताया कि शीघ्र ही फिल्म को कोर्ट में प्रदर्शित करने की तारीख बता देंगे।
पुलिस के लिए समस्या बनी कानून-व्यवस्था
जयपुर पुलिस के लिए आगामी एक सप्ताह काफी चुनौतियों भरा होगा। दरअसल, एकसाथ कई गतिविधियां होने से कानून-व्यवस्था संभालना मुश्किल हो सकता है। हालांकि अन्य जिलों से अतिरिक्त पुलिस बल मंगवाया गया है। जयपुर पुलिस कमिश्नर संजय अग्रवाल ने पुलिस मुख्यालय से 4 आरएसी कंपनियों के साथ ही इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम के कमांडों भी मांगे हैं, ताकि उपद्रव की स्थिति में तुरंत कार्रवाई की जा सके। पुलिस के लिए सबसे बड़ी चुनौति 'पद्मावत' का रिलीज होना है। फिल्म 25 जनवरी को रिलीज होगी और खुफिया एजेंसियों ने कानून-व्यवस्था बिगड़ने के संकेत दिए हैं। 25 जनवरी से ही पांच दिवसीय 'जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल' शुरू हो रहा है। इसमें देश-विदेश के साहित्यकार शामिल होंगे। फिल्म सेंसर बोर्ड के चेयरमैन प्रसून जोशी फेस्टिवल के वक्ताओं की सूची में शामिल हैं। उनका यहां आने का कार्यक्रम तय बताया जा रहा है। करणी सेना ने प्रसून जोशी की जूते-चप्पलों से मारपीट करने की चेतावनी दे रखी है। हालांकि जयपुर पुलिस कमिश्नर का कहना है कि जोशी को उचित सुरक्षा मुहैया कराई जाएगी। गृह विभाग जोशी को एसपीजे के कमांडो मुहैया कराने पर विचार कर रहा है। 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के कारण पुलिस के लिए कानून-व्यवस्था कायम रखना चुनौतीभरा होगा।
जैन मुनि बोले- जो सुप्रीम कोर्ट का आदेश नहीं माने वो कैसा हिन्दुस्तानी?
कड़वे प्रवचनों के लिए विख्यात जैन मुनि तरूण सागर ने पद्मावत को लेकर बयान दिया है। उन्होंने कहा कि जो सुप्रीम कोर्ट का आदेश नहीं माने वो कैसा हिन्दुस्तानी? ऐसे लोगों को हिन्दुस्तानी कहने में शंका होती है। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने आखिर फिर बता दिया कि वह आखिर सुप्रीम है।