Move to Jagran APP

राजस्‍थान के व्यापारी ने खरीदा एक घोड़ा, कीमत सुन रह जाएंगे हैरान

राजस्‍थान के जोधपुर निवासी एक व्‍यापारी ने अपने शौक के लिए घोड़ा खरीदा और इसके लिए उसने एक करोड़ से अधिक की कीमत चुकाई है जो कि किसी लग्‍जरी कार से भी अधिक है।

By Monika minalEdited By: Published: Thu, 01 Sep 2016 10:37 AM (IST)Updated: Thu, 01 Sep 2016 10:58 AM (IST)
राजस्‍थान के व्यापारी ने खरीदा एक घोड़ा, कीमत सुन रह जाएंगे हैरान

जयपुर (एएनआई)। लग्जरी कारों की कीमत करोड़ से अधिक नहीं होती पर फिर भी इस बात की कल्पना की जा सकती है। पर यदि कोई घोड़ा करोड़ की कीमत में बिका तो चौंकने वाली बात है। राजस्थान में एक ऐसा ही मामला सामने आया है। वहां के एक व्यापारी ने अपनी शौक की खातिर एक करोड़ में मारवाड़ी नस्ल के घोड़े को खरीदा है।

loksabha election banner

इस घोड़े की ट्रेनर हैं फ्रांसीसी

मारवाड़ी ब्रीड के इस घोड़े की ट्रेनर फ्रांसीसी है।घोड़े को फ्रांस की हेरी नाम की महिला पिछले एक साल से ट्रेनिंग दे रही थी। हेरी का कहना है कि इस तरह का घोड़ा उसने विदेशों में भी नहीं देखा, जो इतना फुर्तिला हो। खनन व्यापारी नारायणसिंह ने भंवरसिंह राठौड़ से 11 साल का घोड़ा ‘प्रभात’ एक करोड़ 11 लाख रुपये में खरीदा है। नारायण सिंह ने बताया कि उनके पास मारवाड़ी नस्ल की दो घोडिय़ां भी है। लेकिन प्रभात उनके लिए खास है।

प्रभात के लिए विशेष इंतजाम

प्रभात के लिए विशेष अस्तबल व अन्य इंतजाम किए गए हैं। प्रभात के लिए विशेष प्रकार के दो अस्तबल तैयार किए गए हैं जिनमें से एक कवर्ड है और दूसरा ओपन है जहां वह टहलेगा। इसके अलावा उसके लिए पानी का तालाब भी बनाया जा रहा है जो ब्रिटिश पैटर्न पर आधारित है। प्रभात की देख-रेख के लिए तीन कर्मचारी नियुक्त किए गए हैं।

नाश्ते, खाने के साथ मालिश भी

सुबह नाश्ते में उसे अंकुरित चने और जो का दलिया दिया जाता है और इसके बाद वॉक करवाते हैं। फिर उसे गेहूं का चोकर, मक्का, सोयाबीन और बाजरे का दलिया दिया जाता है। दोपहर में हरा चारा दिया जाता है और मालिश की जाती है। रोज मालिश के बाद शैंपू से गर्दन और पूंछ के बालों की धुलाई होती है। इसके बाद उबले हुए मोठ, आधा किलो देसी घी, देसी शक्कर की डाइट और शाम को हरा चारा, दाना और हल्दी मिला दो किलो दूध दिया जाता है।

सुंदर व चमकीला है प्रभात

दरअसल प्रभात बेहद सुंदर और चमकीला घोड़ा है, जो काफी कम होते है। पिछले कुछ अर्से से देशभर के खरीदार उसके पीछे लगे थे। पंजाब में बादल परिवार के सदस्यों के अलावा वहीं के कुछ और बिजनेसमैन कोशिश कर रहे थे। प्रभात जयपुर के कन्हैया और जोधपुर के बिलाड़ा के पास के रणसी गांव की गणगौर घोड़ी की संतान है। प्रभात बालोतरा, पुष्कर और अहमदाबाद में हुए अश्व शो का विजेता रहा है।

उत्तराखंड की सियासत में भूचाल लाने वाले शक्तिमान घोड़े की मूर्ति स्थापित

घोड़ा दौड़ाने वालों को घुड़सवारी आनी चाहिए


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.