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बारिश-बाढ़ का कहर जारी, नदियां खतरे के निशान के करीब, 12 की मौत

भारी बारिश और बादल फटने की घटनाओं से पर्वतीय क्षेत्रों में भारी नुकसान हुआ है।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Thu, 03 Aug 2017 05:44 AM (IST)Updated: Thu, 03 Aug 2017 05:44 AM (IST)
बारिश-बाढ़ का कहर जारी, नदियां खतरे के निशान के करीब, 12 की मौत
बारिश-बाढ़ का कहर जारी, नदियां खतरे के निशान के करीब, 12 की मौत

जेएनएन, नई दिल्ली। भारी बारिश और बादल फटने की घटनाओं से बुधवार को पर्वतीय क्षेत्रों में भारी नुकसान हुआ है। जम्मू कश्मीर के पुंछ व कठुआ के बनी में नाले में बहने व एक कच्चा मकान ढहने से तीन लोगों की मौत हो गई। वहीं श्रीनगर के ऊपरी क्षेत्र व हिमाचल के उदयपुर उपमंडल में बादल फटने से अचानक आई बाढ़ में भारी तबाही मचाई। उत्तराखंड में बारिश से करीब चार सौ चारधाम यात्री फंसे हुए हैं। इस दौरान विभिन्न राज्यों में हुई घटनाओं में 15 लोग जख्मी हो गए हैं। हरियाणा व पश्चिम बंगाल में बाढ़ व बारिश से आठ मौतें हुई हैं।

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 जम्मू कश्मीर स्थित श्रीनगर में बादल फटने से कई औद्योगिक इकाइयों और घरों में पानी भरने से काफी नुकसान पहुंचा। बांडीपोर में भी बारिश से दर्जनभर से अधिक घरों में पानी घुसने से लोगों को घर खाली करने पड़े। जम्मू में भी सुबह मूसलधार बारिश से कई जगह जलभराव हो गया। रामबन जिले में स्कूल जा रहे बच्चे की बाढ़ के पानी में बहने से मौत हो गई। उधर कठुआ जिले की बनी तहसील के ढग्गर में बारिश से एक कच्चा मकान ढह गया, जिसमें पिता की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि बेटा गंभीर रूप से घायल हो गया। पुंछ जिले की मंडी तहसील के चकरारा क्षेत्र में अरशा बी पुत्री सबान मीर नाले में पानी के तेज बहाव में बह गई। वहीं मां वैष्णो देवी का नया मार्ग श्रद्धालुओं की आवाजाही के लिए बंद रहा। इसके साथ ही हेलीकॉप्टर सेवा भी बाधित रही।

 हिमाचल में झूला पुल बहा

हिमाचल में बारिश का कहर लगातार जारी है। बुधवार को भी बारिश ने प्रदेश में खूब तबाही मचाई। 24 घंटों में हुई मूसलधार बारिश से राज्य के अधिकांश हिस्सों में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। भूस्खलन से कई संपर्क मार्ग बंद हैं। लाहुल-स्पीति जिले के उदयपुर उपमंडल में बादल फटने खासा नुकसान हुआ है। बादल फटने से करपट नाले में आई बाढ़ में 100 मीटर सड़क, एक पैदल व एक झूला पुल और एक बाइक बह गई। करपट गांव का संपर्क उदयपुर से कट गया है। मनाली-काजा मार्ग पर लोसर गांव में बाढ़ से काफी नुकसान हुआ है। लोसर नाले में अचानक पानी आने से ट्रक फंस गया। कुल्लू जिले छह सड़कें बंद हैं। इस दौरान हुई घटनाओं में एक व्यक्ति की मौत हो गई और चार घायल हो गए।

उत्तराखंड में 70 फीसद रास्ते बंद

उत्तराखंड के गढ़वाल मंडल के पर्वतीय जिलों सहित देहरादून, हरिद्वार व कुमाऊं मंडल में रुक-रुक कर हो रही वर्षा से जनजीवन प्रभावित हो गया है। लगातार हो रही वर्षा से मलबा आने के कारण बदरीनाथ हाईवे कई जगह बंद है। इससे मंगलवार रात से लगभग 400 यात्री बदरीनाथ में फंसे हुए हैं। बारिश के चलते हाईवे को अभी तक खोला नहीं जा सका है। राज्य के लगभग 70 संपर्क मार्ग बाधित होने से कई गांवों का संपर्क टूट गया है। ज्यादातर नदियों खतरे के निशान के करीब हैं। इस दौरान विभिन्न घटनाओं में दस लोग घायल हो गए।

 पश्चिम बंगाल में चार और मौतें

पिछले कई दिनों से बारिश थमने व नदियों का जलस्तर लगातार घटने से बाढ़ प्रभावित दक्षिण बंगाल के पांच जिलों में बाढ़ की स्थिति में सुधार हो रहा है। हालांकि कई जगहों पर बांध टूटने के कारण कुछ इलाके अब भी जलमग्न हैं, लेकिन वहां भी जलस्तर तेजी से घटा है। पिछले चौबीस घंटे में राज्य में चार लोगों की मौत हुई है।

 हरियाणा के करनाल भारी नुकसान

बुधवार को उत्तर हरियाणा में हुई बारिश कहीं राहत तो कहीं आफत लेकर आई। इस दौरान करनाल और जींद में मकान व दुकान ढहने से बाप-बेटी सहित चार लोगों की मौत हो गई। लोगों को संपत्ति का भी भारी नुकसान हुआ है।

 दिल्ली में यमुना का जलस्तर बढ़ा

हरियाणा के हथनीकुंड से दो दिन पहले यमुना में छोड़ा गया 94 हजार क्यूसेक पानी बुधवार शाम को दिल्ली में प्रवेश कर गया है। इस कारण राजधानी में यमुना का जलस्तर चेतावनी के निशान (204.00 सेमी) को पार कर गया।

राजस्थान में अब तक 59 की मौत

बाढ़ से हुए विभिन्न हादसों में अब तक 59 लोगों की मौत हुई है। राज्य के आपदा राहत मंत्री गुलाब चंद कटारिया ने बताया कि 59 मृतकों में से 42 के परिजनों को राज्य सरकार की ओर से 4-4 लाख रुपये एवं केंद्र की ओर से 3-3 लाख की आर्थिक सहायता दी जा चुकी है।

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