और मजबूत होगी बच्चों और महिलाओं के लिए रेलवे की सुरक्षा हेल्पलाइन 182
सुरक्षा हेल्पलाइन 182 की कामयाबी और शिकायतों की बढ़ती संख्या को देखते हुए रेलवे इसका विस्तार एवं सुधार करेगा।
By Bhupendra SinghEdited By: Published: Mon, 23 Apr 2018 09:27 PM (IST)Updated: Mon, 23 Apr 2018 09:27 PM (IST)
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। सुरक्षा हेल्पलाइन 182 की कामयाबी और शिकायतों की बढ़ती संख्या को देखते हुए रेलवे इसका विस्तार एवं सुधार करेगा। सुरक्षा हेल्पलाइन रेल यात्रियों, खासकर बच्चों और महिलाओं की सुरक्षा संबंधी शिकायतों जैसे कि दुर्व्यवहार, छेड़खानी, मारपीट, अपहरण या हत्या का प्रयास आदि के त्वरित समाधान करने के इरादे से शुरू की गई थी।
हेल्पलाइन जियो सेंसिंग प्रणाली से जुड़ी है। 182 फोन नंबर पर की जाने वाली यात्री की शिकायत संबंधित डिवीजन के आरपीएफ कंट्रोल को पहुंचती है। जहां से तत्काल ट्रेन में तैनात स्क्वाड को संदेश पहुंचता है और वे मौके पर पहुंच कर यात्री की मदद करते हैं।
हेल्पलाइन के संचालन के लिए 68 डिवीजनों के अलावा दिल्ली और हावड़ा में एक-एक अतिरिक्त कंट्रोल सेंटर खोले गए हैं। अब इन केंद्रों की संख्या बढ़ाई जाएगी। आगे चलकर रेलवे का इरादा सभी प्रमुख स्टेशनों पर कंट्रोल सेंटर खोलने का है। केंद्रों में फोन आपरेटरों की संख्या भी बढ़ाई जाएगी।
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