पेट्रोल के बढ़ते दाम से परेशान रेल कर्मचारी ने निकाला उपाय, अब हर माह हजारों की बचत
एक बार चार्ज करने पर साइकिल पर 130 किलोग्राम का वजन लेकर 20 किलोमीटर तक चला जा सकता है। एक किलोमीटर पर तकरीबन 35 पैसे का खर्च आता है।
जबलपुर, (अतुल शुक्ला)। पेट्रोल के बढ़ते दामों से परेशान मध्य प्रदेश के जबलपुर के रेल कर्मचारी बसंत गोरे ने इसका विकल्प तलाश लिया है। उन्होंने बेटे की पुरानी साइकिल में थोड़े बदलाव कर बैटरी से चलने वाली साइकिल बना दी। अब वह इसी से ऑफिस आते-जाते हैं। पहले वह एक माह में पेट्रोल पर लगभग 2500 रुपये खर्च करते थे, अब यह खर्च महज 210 रुपये पर आ गया है।
संजीवनी नगर के रहने वाले बसंत, जबलपुर रेल मंडल के कमर्शियल विभाग में चीफ रिजर्वेशन सुपरवाइजर पद पर हैं। बसंत बताते हैं कि पेट्रोल की कीमत से परेशान होकर पहले उन्होंने बैटरी की बाइक लेने का मन बनाया, लेकिन फिर कीमत सुन मन बदल गया। उन्होंने इंटरनेट पर तकनीक समझी और खुद ही बैटरी वाली साइकिल तैयार करने की सोची। सिविल इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने के कारण थोड़ी-बहुत तकनीकी जानकारी थी। उन्होंने पुरानी साइकिल में फेरबदल किया और पत्नी प्रीति गोरे की मदद से तीन माह में नई साइकिल तैयार कर ली।
एक बार चार्ज करने पर 20 किमी तक चलती है
बसंत के मुताबिक साइकिल को पावर देने के लिए मोबाइल में उपयोग होने वाली लीथियम बैटरी का उपयोग किया, जिसे चंडीगढ़ से तकरीबन नौ हजार रुपये में मंगवाया। इसके बाद साइकिल के व्हील पर 350 वॉट की मोटर लगाई। इन सब पर तकरीबन 60 दिन तक प्रयोग किया और 22 से 23 हजार खर्च में इसे तैयार कर लिया। एक बार चार्ज करने पर इस पर 130 किलोग्राम का वजन लेकर 20 किलोमीटर तक चला जा सकता है। एक किलोमीटर पर तकरीबन 35 पैसे का खर्च आता है।