राहुल ने डीजल-पेट्रोल को जीएसटी में लाने की मांग उठाई
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने पेट्रोल-डीजल को भी जीएसटी के दायरे में लाने की मांग की है।
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। अर्थव्यवस्था की गिरती दर के साथ जीएसटी के कार्यान्वयन पर सरकार को घेर रहे कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने पेट्रोल-डीजल को भी जीएसटी के दायरे में लाने की मांग की है। छोटे कारोबारियों को राहत देने के इरादे से बुलाई गई जीएसटी कांउसिल की बैठक से ठीक पहले राहुल ने रियायतों की मांग के साथ पेट्रोल-डीजल से मुनाफा कमाने की सरकार की रणनीति पर सवाल उठाया।
राहुल ने ट्वि्टर पर जीएसटी के कार्यान्वयन से कारोबारियों को हो रही दिक्कतों का हवाला देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी सियासी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि अच्छा होता कि प्रधानमंत्री चुनावी फायदे की बजाय जीएसटी से हो रही दिक्कतों और जीडीपी की गिरावट को अर्थव्यवस्था की चुनौतियों की निगाह से देखते। राहुल ने कहा कि इस दिशा में पहला अहम कदम पेट्रोल-डीजल को जीएसटी के दायरे में लाना होना चाहिए। ताकि यह सरकार के मुनाफा कमाने का जरिया बनकर न रह जाए। उन्होंने कहा कि अकेले केंद्र सरकार पेट्रोल-डीजल पर टैक्स के सहारे 2 लाख 73 हजार करोड रुपए कमाती है।
राहुल ने इस क्रम में जीएसटी की मौजूदा प्रणाली को एक देश, सात कर की व्यवस्था बताते हुए कहा कि इसे आसान बनाया जाने की जरूरत है। साथ ही बहुस्तरीय टैक्स रिटर्न फाइलिंग की अनिवार्यता को भी घटाया जाना चाहिए। छोटे और मध्यम उद्योग के कारोबारियों को राहत देने की मांग के साथ राहुल ने खासतौर पर कपड़ा व्यापारियों पर जीएसटी की पड़ी मार का जिक्र करते हुए उन्हें राहत देने की मांग भी की।
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