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तथ्यों से परे हैं राफेल सौदे पर लग रहे आरोप : एयर मार्शल

एयर मार्शल नांबियार ने कहा, फ्रांस सरकार के साथ हुए सौदे को लेकर जो तथ्य सामने हैं, उनसे गड़बड़ी के आरोप मेल नहीं खाते।

By Arun Kumar SinghEdited By: Published: Thu, 06 Sep 2018 08:06 PM (IST)Updated: Fri, 07 Sep 2018 07:46 AM (IST)
तथ्यों से परे हैं राफेल सौदे पर लग रहे आरोप : एयर मार्शल

नई दिल्ली, प्रेट्र। राफेल लड़ाकू विमान सौदे के पक्ष में वायुसेना की ओर से एक और बयान आया है। वायुसेना के उप प्रमुख एयर मार्शल रघुनाथ नांबियार ने कहा है कि सौदे को लेकर जो आरोप लगाए जा रहे हैं वे तथ्यों से मेल नहीं खाते। 
8 वीं हेली पावर इंडिया सेमिनार से इतर मीडिया से यह बात एयर मार्शल नांबियार ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के आरोपों पर कही। मीडिया ने उनसे 58 हजार करोड़ रुपये में फ्रांस से हुए 36 राफेल विमानों के सौदे पर सवाल पूछा था।

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इस सौदे को लेकर कांग्रेस ने कई सवाल पूछे हैं, आरोप लगाया है कि यह विमान करीब तीन गुना ज्यादा कीमत पर खरीदा जा रहा है। इसके लिए कांग्रेस सन 2008 में विमान बनाने वाली कंपनी दासौ द्वारा दिए गए 540 करोड़ रुपये प्रति विमान के प्रस्ताव का उल्लेख कर रही है। कांग्रेस का कहना है कि इसी विमान के लिए अब 1600 करोड़ रुपये चुकाए जा रहे हैं। 
एयर मार्शल नांबियार ने कहा, फ्रांस सरकार के साथ हुए सौदे को लेकर जो तथ्य सामने हैं, उनसे गड़बड़ी के आरोप मेल नहीं खाते। उन्होंने कहा कि किसी भी सौदे में भुगतान का तरीका अंतिम मूल्य में फर्क करता है। प्रस्ताव में बताया गया विमान मूल्य कई सुविधाओं के साथ सशर्त भुगतान के समय बदल जाता है। इसलिए अगर तथ्यों का अध्ययन करें तो पता चलता है कि राफेल सौदे पर लगाए जा रहे आरोप सही नहीं हैं। सितंबर 2016 में दोनों देशों की सरकारों के बीच हुए इस समझौते के अनुसार विमानों की आपूर्ति सितंबर 2019 से शुरू हो जाएगी।


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