अमेरिका में हुए नस्लीय हिंसा का मुद्दा संसद में गूंजा, सरकार अगले हफ्ते देगी जवाब
गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि नस्लीय हिंसा के मसले पर भारत सरकार की तरफ से लोकसभा में अगले हफ्ते बयान दिया जाएगा।
नई दिल्ली(एएनआइ)। अमेरिका में नस्लीय हिंसा में मारे गए भारतीयों का मामला संसद में भी उठा। लोकसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खडगे ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि डोनाल्ड ट्रंप जब से अमेरिका के राष्ट्रपति बने हैं, तब से अमेरिका में भारतीयों पर हमले हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हर मुद्दे पर ट्वीट करते हैं। लेकिन अमेरिका में भारतीयों पर हमले को लेकर एक भी ट्वीट नहीं किया। क्यों चुप हैं? आज ही सदन में जवाब दें।
गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि इस मसले पर भारत सरकार की तरफ से लोकसभा में अगले हफ्ते बयान दिया जाएगा। उधर कांग्रेस और टीएमसी इस मुद्दे पर सरकार से जवाब चाहती है। कांग्रेस ने जहां स्थगन प्रस्ताव दिया है तो वहीं टीएमसी सांसदों ने प्रदर्शन किया।
गौरतलब है कि अमेरिका के कंसास में नस्लीय हिंसा में भारतीय इंजीनियर की हत्या के बाद वहां की सरकार लगातार सवालों के घेरे में हैं। इसी कड़ी में अब अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मार्क टोनर ने मामले पर सफाई दी है। उनका कहना है कि वे इस बारे में कुछ नहीं कहना चाहते की हत्या के पीछे क्या मंशा थी, लेकिन मारे गए शख्स के परिवार पर क्या बीत रही है। इसका उन्हें और उनके सरकार को भी अफसोस है।
उन्होंने कहा जिन्होंने भी इस वारदात को अंजाम दिया है उनके खिलाफ सख्त कदम उठाए जा रहे हैं और हम जांच के फैसले का इंतजार कर रहे हैं। मार्क टोनर ने आगे कहा कि सेकेट्री टिल्लेरसन ने मामले में अपना पक्ष रख दिया है और उन्हें भी इस घटना का बेहद दुख है।
इससे पहले भी देश के नए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी लंबे समय बाद हेट क्राइम पर अपनी चुप्पी अमेरिकी संसद में तोड़ी थी। उन्होंने कहा कि अमेरिका इस तरह की ‘घृणित’ और ‘गंदी’ सोच की निंदा करता है। इतना ही नहीं गोलीकांड के पीड़ितों के लिए एक मिनट का मौन भी रखा गया।