Coronavirus: मध्य प्रदेश में क्वारंटाइन तब्लीगी जमातियों को कोर्ट के निर्देश पर छोड़ा गया
Coronavirus जिला कोर्ट ने श्योपुर पुलिस के रवैये पर कड़ी नाराजगी जताई तो शनिवार शाम तब्लीगी जमातियों को छोड़ दिया गया।
श्योपुर, जेएनएन। Coronavirus, कोरोना संक्रमण के संदेह में मध्य प्रदेश के श्योपुर स्थित क्वारंटाइन केंद्र में 14 दिन के लिए रखे गए आंध्र प्रदेश के 10 तब्लीगी जमातियों को 39 दिन बाद भी नहीं छोड़ा गया। इस बीच इनके खिलाफ एफआइआर हुई और फिर कोर्ट ने जमानत भी दे दी, लेकिन पुलिस ने इन्हें क्वारंटाइन केंद्र में ही रखा। जिला कोर्ट ने श्योपुर पुलिस के रवैये पर कड़ी नाराजगी जताई तो शनिवार शाम इन्हें छोड़ दिया गया।
गौरतलब है कि श्योपुर की मस्जिदों में एक अप्रैल को बांग्लादेश, बंगाल और आंध्र प्रदेश के 22 तब्लीगी जमाती मिले थे। पहले तो श्योपुर पुलिस ने कहा था कि यह सभी तब्लीगी जमाती सूचना देकर रह रहे हैं, इसलिए कोई पुलिस केस दर्ज नहीं किया, लेकिन इन्हें ढेंगदा छात्रावास में क्वारंटाइन कर दिया। बाद में एफआइआर दर्ज कर ली थी।
866 तब्लीगियों को उनके मूल प्रदेश भेजेगी हरियाणा सरकार
हरियाणा सरकार क्वारंटाइन पीरियड खत्म होने के बाद अब 866 तब्लीगियों को उनके मूल प्रदेश भेजेगी। इसके लिए राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने सभी स्वस्थ तब्लीगियों को एक सर्टिफिकेट भी जारी किया है ताकि वे अपने मूल प्रदेश में आसानी से एंट्री कर सकें। सरकार ने अभी उन तब्लीगियों को जाने की छूट दी है जो स्वेच्छा से स्वास्थ्य विभाग के बुलावे पर जांच को आगे आए थे।
नूंह से कांग्रेस विधायक आफताब अहमद ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल से चर्चा कर इन तब्लीगियों के वापस जाने का रास्ता साफ कराया। ये तब्लीगी 15 राज्यों से संबंधित हैं। इनमें से 450 को नूंह, 95 को पलवल, 55 को पलवल, 16 को गुरुग्राम और 250 को राज्य के अन्य जिलों में क्वारंटाइन किया गया था।
मार्च माह के अंतिम सप्ताह में दिल्ली निजामुद्दीन स्थित मरकज में हुए तब्लीगी जमात के सालाना कार्यक्रम के बाद ये तब्लीगी हरियाणा के विभिन्न जिलों में अपने धर्म के प्रचार-प्रसार के लिए आए थे। इसके बाद जब दिल्ली और में तब्लीगी जमाती कोरोना पॉजिटिव मिलने लगे थे तो हरियाणा में हड़कंप मच गया था।