अजगर को गले में डालना फॉरेस्ट रेंजर को पड़ा महंगा, देखने वालों की थम गई सांसें...!
कोलकाता से लगभग 600 किलोमीटर दूर जलपाईगुड़ी के साहिबबारी गांव के निवासियों ने एक बकरी को मारकर खा जाने वाले रॉक पायथन (अजगर) को पकड़ने की शिकायत की थी।
कोलकाता, जेएनएन। ऐसा माना जाता है कि अजगर की पकड़ से निकलना बेहद मुश्किल होता है। अगर एक बार अजगर किसी को अपनी मजबूत गिरफ्त में जकड़ ले, तो उसको निगल कर ही दम लेता है। ऐसे में आप अंदाजा लगा सकते हैं कि फॉरेस्ट रेंजर्स को अजगर को पकड़ने में कितना जोखिम उठाना पड़ता होगा। इस दौरान अगर जरा-सी सावधानी हटी, तो दुर्घटना घटने में देर नहीं लगती है। जलपाईगुड़ी के साहिबबारी गांव में ऐसी ही एक दुर्घटना होते-होते टल गई। यहां अगर अजगर अपनी पकड़ थोड़ी और मजबूत कर देता, तो फॉरेस्ट रेंजर की जान चली जाती।
दरअसल, पश्चिम बंगाल के कोलकाता से लगभग 600 किलोमीटर दूर जलपाईगुड़ी के साहिबबारी गांव के निवासियों ने एक बकरी को मारकर खा जाने वाले रॉक पायथन (अजगर) को पकड़ने की शिकायत की थी। इस पर फॉरेस्ट रेंजर और उनके सहयोगी वहां पहुंचे और उन्होंने 18 फुट लम्बे और लगभग 40 किलोग्राम वज़न वाले अजगर को पकड़ दिया। लेकिन अजगर को पकड़ने के बाद फॉरेस्ट रेंजर ने इसे थैले में डालने की बजाए अपने कंधे पर डाल लिया।
फॉरेस्ट रेंजर को देखकर ऐसा लग रहा था कि उन्हें सेल्फी लेने का शौक था। इसलिए वह अजगर को कंधे पर रख और गले में लपेट पर लोगों को पोज देने लगा। लेकिन कुछ दूर जाने के बाद ही वह असहज महसूस करने लगे। एकदम से फॉरेस्ट रेंजर ने अपना रास्ता बदल लिया। ये देख कुछ लोगों को अजीब लगा। लेकिन अगले की पल ये देख लोगों के होश उड़ गए कि अजगर ने फॉरेस्ट रेंजर की गर्दन पर अपनी पकड़ मजबूत कर ली है। दरअसल, सेल्फी खिंचवाने के चक्कर में फॉरेस्ट रेंजर के हाथ से अजगर की पूंछ छूट गई थी। पूंछ हाथ से छूटते ही अजगर ने गर्दन पर अपनी पकड़ बनानी शुरू कर दी।
अब ऐसा लगने लगा कि फॉरेस्ट रेंजर की गर्दन से अजगर की पकड़ नहीं छूट पाएगी और उसकी मौत हो जाएगी। लेकिन तभी फॉरेस्ट रेंजर का एक साथी दौड़ कर आया और अजगर की पकड़ ढीली करने में जुट गया। फॉरेस्ट रेंजर इस दौरान बोल रहा था कि पूंछ पकड़ो, पूंछ पकड़ो..आखिर में जब पूंछ हाथ में आ गई तो उसने कहा कि अब ठीक है। इस पूरी घटना को कई लोगों ने अपने कैमरे में कैद कर लिया, ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं।