अंतरराष्ट्रीय उड़ानों की बहाली से पहले लॉकडाउन की स्थिति पर विचार हो : पुरी
नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि भारत में अंतरराष्ट्रीय उड़ानों की बहाली के निर्णय से पहले लॉकडाउन के हालात की समीक्षा की जानी चाहिए।
नई दिल्ली, एजेंसियां। नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने सोमवार को कहा कि भारत में अंतरराष्ट्रीय उड़ानों की बहाली के निर्णय से पहले देश के मेट्रो शहरों में लॉकडाउन के हालात और विभिन्न देशों में विदेशियों के प्रवेश पर लगाए गए प्रतिबंधों के कारकों पर भी विचार किया जाना चाहिए। लॉकडाउन के चलते दो महीने बाद देश में 25 मई से घरेलू उड़ानों को बहाल किया गया है। जबकि अंतरराष्ट्रीय उड़ानें अभी भी देश में लंबित हैं।
पुरी ने ट्वीट करके बताया कि बड़ी तादाद में लोग उन्हें फिर से अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को बहाल करने की अपील कर रहे हैं। कई देश अभी भी अपने नागरिकों या राजनयिकों के अलावा किसी अन्य देश के नागरिकों को अपने देश में आने की इजाजत नहीं दे रहे हैं। इसीलिए अंतरराष्ट्रीय उड़ानों की बहाली फिलहाल मुमकिन नहीं है। उन्होंने बताया कि वंदे भारत मिशन के तहत अब तक अन्य देशों में फंसे 50 हजार से अधिक भारतीयों को अब तक सुरक्षित स्वदेश लाया गया है। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन-5 के दौरान धीरे-धीरे नागरिक उड्डन क्षेत्र को खोला जाएगा।
वहीं एयर इंडिया पायलट यूनियन ने विमानन नियामक डीजीसीए को सुझाव दिया है कि जिन कोविड-पॉजिटिव पायलटों को 14 दिनों से ज्यादा समय तक काम से अलग रखा गया है उन्हें मान्य चिकित्सकीय जांचकर्ता द्वारा निगेटिव घोषित किए जाने के बाद अनुमति दी जाए। इंडियन कामर्शियल पायलट एसोसिएशन ने एक पत्र में कहा, 'प्रस्तावित समाधान से बहुमूल्य मानव संसाधन बेकार नहीं जाएगा।' संगठन ने कहा है कि यदि एक पायलट कोविड-19 जांच में पॉजिटिव पाया जाता है तो वह अनिवार्य रूप से 14 दिनों के लिए सिक लीव लेगा।