भारी बर्फबारी: बद्रीनाथ के पास 42 तीर्थयात्री फंसे, खाने के भी लाले
संयुक्त आयुक्त (राहत) पीआर महापात्र ने रविवार को यहां बताया कि गंजाम जिले के भांजानगर इलाके के ये तीर्थयात्री एक आश्रय स्थल में फंसे हुए हैं। वे बद्रीनाथ से लौट रहे थे, तभी भारी बर्फबारी शुरू हो गई।
भुवनेश्वर [एजेंसी]। ओडिशा के गंजाम जिले के 42 तीर्थयात्री उत्तराखंड में बद्रीनाथ के पास भारी बर्फबारी के कारण फंस गए हैं। उनके पास खाने का भी इंतजाम नहीं है। ओडिशा सरकार ने उत्तराखंड सरकार से सहयोग मांगा है। संयुक्त आयुक्त ([राहत)] पीआर महापात्र ने रविवार को यहां बताया कि गंजाम जिले के भांजानगर इलाके के ये तीर्थयात्री एक आश्रय स्थल में फंसे हुए हैं। वे बद्रीनाथ से लौट रहे थे, तभी भारी बर्फबारी शुरू हो गई।
उन्होंने कहा कि उत्तराखंड सरकार को इस बारे में जानकारी दी गई और जरूरी सहयोगी देने का आग्रह किया गया है। महापात्र ने बताया कि भारी बर्फबारी में फंसे तीर्थयात्रियों में से एक ने टेलीफोन पर जानकारी दी कि शनिवार रात से ही उनके पास खाने की कोई व्यवस्था नहीं है और बिजली नहीं होने से कई समस्याओं का सामना कर रहे हैं।
महापात्र ने उत्तराखंड में चमोली कलेक्टर को लिखे पत्र में आग्रह किया है कि तीर्थयात्रियों की सुरक्षित घर वापसी के लिए जरूरी सहयोग प्रदान करें। इस बीच पेट्रोलियम मंत्री धर्मेद्र प्रधान ने बताया कि उन्होंने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से फंसे तीर्थयात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आग्रह किया है। इस बीच, भारी बर्फबारी के कारण पूरे उत्तराखंड में शीत लहर शुरू हो गई।
श्रीनगर में सीजन की सबसे ठंडी रात जम्मू--श्रीनगर। भारी बर्फबारी के कारण पूरी कश्मीर घाटी में न्यूनतम तापमान नीचे आ गया है। श्रीनगर में पारा 0.4 डिग्री सेल्सियस पर आ गया जो इस सीजन में सबसे कम है। मौसम विभाग के अनुसार पहलगाम में पारा माइनस 0.5 डिग्री रहा, जबकि गुलमर्ग में माइनस 5, लेह में माइनस 1.5 और कारगिल में माइनस 4.6 डिग्री सेल्सियस रहा। बेमौसम बर्फबारी के कारण जम्मू--कश्मीर में सेब की फसल को नुकसान पहुंचा है। इस बीच, जम्मू--श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग को एक तरफ यातायात के लिए खोल दिया गया है। भूस्खलन व भारी बर्फबारी के कारण शनिवार को इसे बंद कर दिया गया था।