कोरोना मरीजों के लिए स्वास्थ्य केंद्रों को तीन वर्गो में बांटने का प्रस्ताव, ज्यादा जानकारी के लिए पढ़ें पूरी खबर
संसाधनों का अधिकतम इस्तेमाल सुनिश्चित करने की कवायद। पढ़ें तीनों वर्गो के बारे में। 1- कोविड केयर सेंटर 2- डेडिकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर 3- डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल
नई दिल्ली, प्रेट्र। कोरोना वायरस मरीजों की देखभाल में संसाधनों का अधिकतम इस्तेमाल सुनिश्चित करने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को स्वास्थ्य केंद्रों को तीन वर्गो में विभाजित करने का प्रस्ताव किया। ये तीन वर्ग हैं- कोविड केयर सेंटर, डेडिकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर और डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल।
स्वास्थ्य मंत्रालय के दस्तावेज के मुताबिक, कोरोना के संदिग्ध और पुष्ट मामलों के लिए अलग-अलग स्वास्थ्य केंद्र होंगे। इसके तहत यह सुनिश्चित किया जाएगा कि अस्पतालों के बिस्तरों की क्षमता का इस्तेमाल सिर्फ संक्रमण के मध्यम और गंभीर मरीजों के लिए किया जाए। मंत्रालय का कहना है कि किसी भी सूरत में कोरोना के संदिग्ध और पुष्ट मामलों को एक साथ नहीं रखा जाए। दस्तावेज के अनुसार, भारत में उपलब्ध आंकड़े बताते हैं कि करीब 70 फीसद संक्रमित मामलों में हल्के या बहुत हल्के लक्षण दिखाई देते हैं। लिहाजा ऐसे मरीजों को डेडिकेटेड कोविड अस्पतालों में भर्ती करने की जरूरत नहीं पड़ सकती है।
पहला वर्ग : कोविड केयर सेंटर
यहां कोरोना के संदिग्ध मरीजों या हल्के या बहुत हल्के लक्षणों वाले मरीजों को रखा जाएगा। इन सेंटरों को छात्रावासों, होटलों, स्कूलों, स्टेडियम, लॉज और अन्य स्थानों पर बनाया जा सकता है। कम्युनिटी हेल्थ सेंटरों को भी कोविड केयर सेंटरों में तब्दील किया जा सकता है, लेकिन गर्भवती महिलाओं व नवजात बच्चों जैसी आवश्यक गैर-कोविड सेवाओं को बरकरार रखना होगा। प्रत्येक कोविड केयर सेंटर पर जीवन रक्षक उपकरणों से सुसज्जित एंबुलेंस हर समय उपलब्ध रहेगी। यहां ऐलोपैथिक डॉक्टर की निगरानी में आयुष डॉक्टरों को तैनात किया जा सकता है।
दूसरा वर्ग : डेडिकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर
यहां कोरोना वायरस के मध्यम लक्षणों वाले मरीजों को भर्ती किया जाएगा। इन सेंटरों को किसी अस्पताल या अस्पताल के ऐसे अलग ब्लॉक में बनाया जा सकता है जिसका अलग प्रवेश एवं निकास द्वार हो। इन्हें अनिवार्य रूप से एक या अधिक डेडिकेटेड कोविड अस्पतालों से जोड़ा जाएगा। यहां भी जीवन रक्षक उपकरणों से सुसज्जित एक एंबुलेंस हर समय उपलब्ध रहेगी।
तीसरा वर्ग : डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल
यहां कोरोना वायरस से संक्रमित गंभीर मरीजों को भर्ती किया जाएगा। ये पूर्ण अस्पताल होंगे या अस्पतालों के भीतर अलग ब्लॉक होंगे। इनमें सभी उपकरणों से सुसज्जित सघन चिकित्सा इकाई (आइसीयू), वेंटीलेटर और ऑक्सीजन सपोर्ट वाले बिस्तर होंगे। डेडिकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर या कोविड केयर सेंटर से रैफर किए गए मरीजों को भी यहां भर्ती किया जा सकेगा।
राज्यों के सैंपल कलेक्शन सेंटर बनाने पर एतराज नहीं : आइसीएमआर
भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आइसीएमआर) ने कहा है कि राज्यों द्वारा सैंपल कलेक्शन सेंटर स्थापित किए जाने पर उसे कोई एतराज नहीं है। लेकिन इनकी स्थापना में उसकी गाइडलाइंस का अनुपालन किया जाना चाहिए और सैंपलों का कलेक्शन पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट (पीपीई) का इस्तेमाल करते हुए किया जाना चाहिए। इन केंद्रों को नियमित रूप से डिस्इंफेक्ट किया जाना चाहिए और सभी बायोसेफ्टी व बायोसिक्योरिटी एहतियातों का पालन किया जाना चाहिए। सैंपलों को नजदीकी कोविड-19 लैब में समुचित कोल्ड चेन स्थितियों और तीन परत वाली पैकिंग में ले जाया जाना चाहिए।