निजी कंपनियां भी कर सकेंगी गैस ग्रिड का उपयोग
राष्ट्रीय गैस ग्रिड का देश में मौजूदा ढांचा करीब 15000 किलोमीटर का है।
नितिन प्रधान, नई दिल्ली। देश में प्राकृतिक गैस के इस्तेमाल को प्रोत्साहन देने के उद्देश्य से इसके उपयोग का दायरा बढ़ाने पर विचार कर रही है। इसके तहत गैस के परिवहन को सुगम बनाने की दृष्टि से राष्ट्रीय गैस ग्रिड को निजी क्षेत्र के लिए खोलने पर विचार कर रही है। इस आशय का एक प्रस्ताव जल्द ही कैबिनेट की मंजूरी के लिए रखा जा सकता है।
सिटी गैस और सीएनजी के लिए गैस का परिवहन कर सकेंगी कंपनियां
गैस ग्रिड को अगर निजी क्षेत्र के इस्तेमाल के लिए खोलने का अर्थ होगा कि कंपनियां अपनी आवश्यकता की गैस को पोर्ट से अपने प्लांट तक अथवा अन्य स्थानों तक ले जा सकेंगी। पेट्रोलियम एंड नेचुरल गैस रेगुलेटरी बोर्ड के चेयरपर्सन और ओएनजीसी के पूर्व सीएमडी दिनेश के सर्राफ ने दैनिक जागरण से बातचीत में कहा कि पाइपलाइन के इस्तेमाल की दूरी के हिसाब से किराया अदा कर निजी कंपनियां भी राष्ट्रीय गैस ग्रिड के जरिए गैस देश में एक जगह से दूसरी जगह ले जा सकेंगी।
राष्ट्रीय गैस ग्रिड का देश में मौजूदा ढांचा करीब 15000 किलोमीटर का है। सर्राफ ने बताया कि इसके अतिरिक्त लगभग 8000 किलोमीटर पाइपलाइन का निर्माण चल रहा है। यही नहीं इस ढांचे में भविष्य में करीब 6000 किलोमीटर पाइपलाइन और जोड़े जाने का प्रस्ताव है। ग्रिड के निर्माण में देश की विभिन्न गैस पाइपलाइन परियोजनाओं की अहम भूमिका रही है।
फिलहाल 15000 किलोमीटर का ढांचा है राष्ट्रीय गैस ग्रिड का
वर्तमान में लाने ले जाने के लिए राष्ट्रीय गैस ग्रिड का इस्तेमाल केवल सरकारी कंपनियां ही कर सकती हैं, लेकिन जिस प्रकार देश में गैस के उपयोग को बढ़ावा दिया जा रहा है और ग्रीन फ्यूल के तौर पर ऊर्जा उत्पादन में इसकी भूमिका बढ़ रही है, उसे देखते हुए निजी कंपनियों को भी इसका इस्तेमाल करने देने पर विचार हो रहा है।
सर्राफ ने बताया कि निजी कंपनियों को ग्रिड के इस्तेमाल की अनुमति देने का एक लाभ यह होगा कि पाइपलाइन वाले क्षेत्र के विकास की रफ्तार भी बढ़ेगी। कंपनियां गैस आधारित प्लांट पाइपलाइन के नजदीक लगाने को प्राथमिकता देंगी। इसके अतिरिक्त गैस रेगुलेटर का मानना है कि देश के विभिन्न शहरों में सीएनजी और पीएनजी की उपलब्धता सुनिश्चित करने में भी इस कदम से लाभ मिलेगा।
चूंकि सिटी गैस (पीएनजी) और वाहनों के लिए सीएनजी की बिक्री में निजी कंपनियों की भूमिका बढ़ रही है इसलिए उन्हें भी अधिक से अधिक गैस विभिन्न शहरों में ले जाने की आवश्यकता होगी। इस काम में भी गैस ग्रिड उपयोगी साबित होगी। सरकार शहरों में घरों और वाहनों में ईंधन के लिए गैस के उपयोग पर जोर दे रही है।