Move to Jagran APP

पीएम मोदी ने रेहड़ी पटरी वालों के लिए कर्ज की समीक्षा की, प्रशिक्षण देने के दिए निर्देश

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पीएम स्ट्रीट वेंडर्स आत्मनिर्भर निधि (PM Street Vendors AtmaNirbhar Nidhi) योजना के क्रियान्वयन की शनिवार को समीक्षा की।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Sat, 25 Jul 2020 11:21 PM (IST)Updated: Sun, 26 Jul 2020 01:31 AM (IST)
पीएम मोदी ने रेहड़ी पटरी वालों के लिए कर्ज की समीक्षा की, प्रशिक्षण देने के दिए निर्देश
पीएम मोदी ने रेहड़ी पटरी वालों के लिए कर्ज की समीक्षा की, प्रशिक्षण देने के दिए निर्देश

नई दिल्ली, पीटीआइ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने पीएम स्ट्रीट वेंडर्स आत्मनिर्भर निधि (PM Street Vendors AtmaNirbhar Nidhi) योजना के क्रियान्वयन की शनिवार को समीक्षा की। समीक्षा के दौरान प्रधानमंत्री को बताया गया कि इसके तहत अब तक 2.6 लाख से अधिक आवेदन मिले हैं। इनमें से 64,000 आवेदन मंजूर किए जा चुके हैं और 5,500 से अधिक आवेदकों को लोन मिल चुका है। इस योजना के तहत रेहड़ी-पटरी वालों को एक वर्ष के लिए 10,000 रुपये तक का कर्ज दिया जा रहा है। यह योजना आवास एवं शहरी विकास मंत्रालय द्वारा चलाई जा रही है।

loksabha election banner

कोरोना वायरस महामारी के कारण उनका कारोबार प्रभावित हुआ है। इस योजना से करीब 50 लाख रेहड़ी-पटरी वालों को फायदा मिलने की उम्मीद है। प्रधानमंत्री ने समीक्षा के दौरान कहा कि इस योजना को महज कर्ज मुहैया कराने के तौर पर नहीं, बल्कि रेहड़ी-पटरी वालों के सर्वागीण विकास और आर्थिक स्तर ऊंचा उठाने के रूप में देखा जाना चाहिए। उन्होंने इस योजना में पारदर्शिता, जबावदेही और रफ्तार सुनिश्चित करने के लिए शुरुआत से अंत तक की पूरी प्रक्रिया के लिए आइटी सॉल्यूशन के इस्तेमाल पर संतोष जताया।

मोदी ने कहा कि इस योजना में रेहड़ी-पटरी वालों द्वारा कच्चे माल की खरीद से लेकर बिक्री से हुई कमाई का संग्रह तक सभी पहलू शामिल होने चाहिए। इसके लिए उन्हें उचित प्रोत्साहन और प्रशिक्षण दिया जाना चाहिए। डिजिटल पेमेंट के प्रयोग से रेहड़ी-पटरी वालों का भी क्रेडिट प्रोफाइल बनेगा, जिससे उन्हें भविष्य में कर्ज लेने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि रेहड़ी-पटरी वालों की आर्थिक-सामाजिक जानकारी जुटाई जानी चाहिए, ताकि उनके लिए जरूरी नीति बनाई जा सके। दूसरे मंत्रालय भी इन आंकड़ों का उपयोग कर सकते हैं और इससे उन्हें सरकार की विभिन्न योजनाओं का लाभ मिल सकता है। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.