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प्रधानमंत्री मोदी ने गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ गेम्स के पदक विजेताओं को दी बधाई

स्वर्ण पदक विजेताओं को 30-30 लाख रुपये, जबकि रजत और कांस्य पदक विजेताओं को क्रमश: 20 और 10 लाख रुपये दिए गए।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Mon, 30 Apr 2018 08:39 PM (IST)Updated: Wed, 02 May 2018 08:44 AM (IST)
प्रधानमंत्री मोदी ने गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ गेम्स के पदक विजेताओं को दी बधाई

जागरण न्यूज नेटवर्क, नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स के पदक विजेताओं से सोमवार को मुलाकात की और कहा कि योग उनकी मानसिक मजबूती में सुधार कर सकता है। प्रधानमंत्री ने सभी पदक विजेताओं को बधाई दी और उनकी भी सराहना की जो पदक तो नहीं जीत सके, लेकिन प्रशंसनीय प्रदर्शन किया।

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-उपलब्धियों ने भारत का मान बढ़ाया

-पदक नहीं जीतने वाले खिलाडि़यों की भी सराहना

पदक विजेताओं से उन्होंने कहा कि खेल के क्षेत्र में उनकी उपलब्धि ने सभी को प्रेरित किया। उनकी उपलब्धियों ने भारत का मान बढ़ाया है। प्रधानमंत्री निवास पर हुई इस मुलाकात में मोदी ने कहा कि एक खिलाड़ी के जीवन का प्रसार कई दशकों तक हो सकता है। उन्होंने एमसी मैरी कॉम का उदाहरण दिया, जिन्होंने स्वर्ण पदक जीता और वह संसद की सदस्य भी हैं। मोदी ने पुलेला गोपीचंद का भी जिक्र किया, जिनका बतौर खिलाड़ी करियर काफी सफल रहा और अब वह कई अलग-अलग खिलाडिय़ों को कोचिंग दे रहे हैं और उनके मेंटर हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि प्रतिभा, प्रशिक्षण, ध्यान और कड़ी मेहनत के अलावा मानसिक रूप से मजबूत होना भी एक खिलाड़ी के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है। इस क्रम में उन्होंने योग के फायदों का जिक्र किया। मोदी ने जोर देते हुए कहा कि खिलाडिय़ों को यह याद रखना चाहिए कि वे उन गुरुओं, मेंटरों और शिक्षकों से संपर्क बनाए रखें जिन्होंने उन्हें बचपन से ही मार्गदर्शित किया है।

..तो अधिकारियों को बर्खास्त करने में संकोच नहीं करूंगा: खेल मंत्री

खेल मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौर ने सोमवार को कहा कि यदि उनके अधिकारी खिलाडिय़ों को प्रोत्साहन राशि की मंजूरी में देरी करेंगे, तो वह उन्हें बर्खास्त करने में संकोच नहीं करेंगे, लेकिन उन्होंने झूठे आरोपों के लिए चेतावनी भी दी।

कॉमनवेल्थ गेम्स के पदक विजेताओं के सम्मान में यहां हुए एक कार्यक्रम में राठौर ने कहा कि भारतीय खेलों में पैसों का अभाव नहीं था, लेकिन निधि (फंड) को खिलाडिय़ों और साथ ही संघों द्वारा उचित उद्देश्यों के लिए इस्तेमाल किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, 'खेल मंत्रालय और भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) के अधिकारियों को आपकी आवश्यकताओं पर ध्यान देने और आपकी समस्याओं का जल्द से जल्द निराकरण करने के लिए कहा गया है।

किसी भी समय यदि मुझे यह सुनने में आता है कि खिलाडिय़ों को प्रोत्साहन राशि और निधि प्राप्त करने में समस्या आ रही है तो अधिकारियों पर कार्रवाई की जा सकती है, लेकिन आप (खिलाड़ी) कोई आरोप लगाने से पहले यह सुनिश्चित कर लें कि गलती हमारी ओर से हुई है, आपकी ओर से नहीं। मेरे सामने एक मामला आया था जिसमें एक खिलाड़ी शिकायत कर रहा या रही थी कि उसे प्रोत्साहन राशि नहीं मिल रही। मैं अपने एक अधिकारी को निलंबित करने वाला ही था कि बाद में पता चला कि खिलाड़ी को एक साल पहले ही पैसा दिया जा चुका है।'

राठौर ने भारतीय ओलंपिक संघ (आइओए) के अध्यक्ष नरेंद्र बत्रा की मौजूदगी में पदक विजेताओं को प्रोत्साहन राशि दी। राठौर ने कहा कि आइओए और राष्ट्रीय खेल संघों के संचालन में सुधार हुआ है। भारत ने गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ गेम्स में 26 स्वर्ण, 20 रजत और 20 कांस्य सहित कुल 66 पदक जीते थे। भारत के कुल 70 खिलाडि़यों ने पदक हासिल किए, जिनमें मिक्स्ड टीम और डबल्स खिलाड़ी भी शामिल हैं।

कार्यक्रम में एमसी मैरी कॉम, सुशील कुमार, साइना नेहवाल, पीवी सिंधू, मीराबाई चानू, नीरज चोपड़ा, मनु भाकर, अनीश भनवाला और जीतू राई सहित ज्यादातर खिलाड़ी मौजूद रहे। हालांकि, मनिका बत्रा और हिना सिद्धू जैसी खिलाड़ी पूर्व कार्यक्रमों के चलते यहां मौजूद नहीं थीं। व्यक्तिगत स्वर्ण पदक विजेताओं को 30-30 लाख रुपये, जबकि रजत और कांस्य पदक विजेताओं को क्रमश: 20 और 10 लाख रुपये दिए गए। टीम स्पर्धाओं में अलग-अलग खेलों के खिलाडि़यों को अलग-अलग राशि मिली।


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