स्ट्रेस फ्री एग्जाम के लिए यूनिक कोंटेस्ट का आयोजन, विजेताओं को मिलेगा ये खास मौका; पीएम ने किया एलान
Pariksha Pe Charcha 2020 परीक्षा के इस तनाव को दूर करने के लिए ही इस प्रतियोगिता परीक्षा पर चर्चा (PPC) का आयोजन किया जा रहा है।
नई दिल्ली, एएनआइ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी छात्रों पर एग्जाम के स्ट्रेस को करने के लिए एक अहम एलान किया है। उन्होंने गुरुवार को एक ट्वीट करते हुए कहा है कि कक्षा 09 से 12 तक के छात्रों के लिए एक यूनिक कोंटेस्ट आयोजित करने की घोषणा की है। बता दें कि अब जल्द ही परीक्षाएं शुरू होने वाली हैं जिसे लेकर छात्र काफी चिंतित रहते हैं। परीक्षा के इस तनाव को दूर करने के लिए ही इस प्रतियोगिता 'परीक्षा पर चर्चा (PPC)' का आयोजन किया जा रहा है।
उन्होंने अपने में लिखा, "जल्द ही परीक्षाएं शुरू होने वाली हैं इसलिए परीक्षा पर चर्चा! चलिए साथ मिलकर स्ट्रेस फ्री परीक्षा पर काम करते हैं। कक्षी 09 से कक्षा 12 तक के लिए एक यूनिक कोंटेस्ट का आयोजन किया जा रहा है। विजेता छात्र अगले साल PPC 2020 में शामिल हो सकेंगे।"
परीक्षा पे चर्चा से छात्रों का एग्जाम स्ट्रेस तो कम होगा ही। इसके साथ ही जिन छात्रों का चयन किया जाएगा वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मंत्री से मुलाकात कर सकेंगे और उनसे प्रश्न भी पूछ सकेंगे। यह प्रतियोगित खास तौर से कक्षा 9 से कक्षा 12 तक के छात्रों के लिए ही आयोजित की जा रही है। कोंटेस्ट में शामिल होने वाले छात्रों को निर्देशित किया गया है कि वो दी गई पांच थीम में से किसी एक पर अपने विचार लिख सकते हैं, जिसमें 1500 से ज्यादा अक्षर नहीं होने चाहिए।
जिन पांच थीम पर परीक्षा पे चर्चा प्रतियोगिता आयिजत की जा रही है उसमें 'ग्रेटिट्यूड इज ग्रेट', 'योर फ्यूचर डिपेंड्स ऑन योर एस्पायरेशंस', 'एग्जामिनिंग एग्जाम', 'अवर ड्यूटीज, यू टेक' और 'बैलेंस इज बेनिफिशियल' शामिल हैं। इसके बाद सेलेक्टेड छात्रों को अगले साल दिल्ली में पीएम मोदी से मिलने का मौका दिया जाएगा और इस दौरान वो प्रधानमंत्री से अपने सवाल भी पूछ सकेंगे।
पीएम मोदी की किताब 'एग्जाम वॉरियर'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छात्रों को परीक्षा की तैयारी के लिए 'एग्जाम वॉरियर' नाम से एक पुस्तक लिखी है। इस किताब में छात्रों को परीक्षा के लिए तैयार रहने और नकल की बजाय अकल का इस्तेमाल कराने की प्रेरणा देने के लिए कुल 25 मंत्र नाम से अध्याय लिखे गए हैं। इस किताब में कई ऐसी बातें लिखी गई हैं जो छात्रों की सोच को सकारात्म दिशा दिखाने में मददगार साबित हो सकती हैं। इसके अलावा पुस्तक में ऐसे योगासन और प्राणायाम के बारे में भी बताया गया है जिनसे वो तनावमुक्त होकर स्वस्थ रह सकते हैं।