कोरोना का खौफ, मध्य प्रदेश के स्कूलों में नहीं होंगी प्रार्थना सभाएं, स्कूली शिक्षा विभाग ने जारी किए निर्देश
Coronavirus in Madhya Pradesh कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए मध्य प्रदेश में आदेश हुए हैं कि अब सरकारी और निजी स्कूलों में प्रार्थना सभाओं का आयोजन नहीं कराया जाए।
भोपाल/इंदौर, जेएनएन। कोरोना वायरस से बचाव के लिए देश के सभी राज्यों में खास सावधानियां बरती जा रही हैं। मध्य प्रदेश में इन्हीं कवायदों के तहत आदेश हुए हैं कि अब सरकारी और निजी स्कूलों में प्रार्थना सभाओं का आयोजन नहीं कराया जाए। साथ ही समर कैंप के तहत विभिन्न प्रकार की गतिविधियां भी नहीं आयोजित होंगी। स्कूलों में भीड़ न जुटे इसी के लिए प्रार्थना सभा और समर कैंप पर रोक लगाई गई है। मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने मध्य प्रदेश के स्कूली शिक्षा विभाग को आदेश दिए हैं कि स्कूलों में भीड़ नहीं होने दी जाए।
निर्देशों में यह भी कहा गया है कि प्राचार्यों और शिक्षकों को कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए प्रशिक्षित किया जाए ताकि स्कूलों में बच्चों को जागरूक किया जा सके। उधर, इंदौर में रंगपंचमी पर निकलने वाली प्रसिद्ध गेर (होली) को लेकर प्रशासन ने राज्य शासन से मार्गदर्शन मांगा है। इसमें करीब डेढ़ लाख लोग जमा होते हैं। यही नहीं स्कूली शिक्षा विभाग ने स्कूलों में परीक्षा के समय बच्चों को मास्क पहनकर आने और सैनिटाइजर साथ लाने के भी निर्देश दिए हैं। इस बाबत सीबीएसई ने भी बोर्ड परीक्षा में विद्यार्थियों को मास्क और सैनिटाइजर साथ लाने को कहा है।
विभाग ने स्कूलों को निर्देश दिए हैं कि नोटिस बोर्ड पर सूचना लगाकर जागरूकता कैंपेन चलाया जाए। विशेष रूप से बच्चों को छींकने, खांसने, टॉयलेट आदि के बाद एवं बीमार व्यक्ति से मिलने, खाना खाने आदि से पहले और बाद में साबुन से हाथ धोने को लेकर प्रशिक्षित किया जाए। इससे इतर मध्य प्रदेश के इंदौर शहर के परपंरागत त्योहार रंगपंचमी पर निकलने वाली गेर में भी कोरोना वायरस का डर घुल गया है। इसे लेकर कलेक्टर लोकेश जाटव ने राज्य शासन को चिट्ठी लिखकर मार्गदर्शन मांगा है। इसमें कहा गया है कि गेर शहर का परंपरागत आयोजन है, जिसमें करीब डेढ़ लाख लोग जमा होते हैं। ऐसे में क्या एहतियात बरता जाना चाहिए। अब देखना यह है कि क्या कदम उठाया जाता है...