प्रणब को जादवपुर विवि से मिली डीलिट की उपाधि
पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने कहा है कि मुक्त सोच और विचारों का आदान-प्रदान वैज्ञानिक स्वभाव पैदा करने में सहायक है।
By Bhupendra SinghEdited By: Published: Mon, 25 Dec 2017 03:46 AM (IST)Updated: Mon, 25 Dec 2017 03:46 AM (IST)
कोलकाता:। पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने कहा है कि मुक्त सोच और विचारों का आदान-प्रदान वैज्ञानिक स्वभाव पैदा करने में सहायक है। इससे युवाओं में जिज्ञासा की भावना पैदा होती है। इसलिए युवा छात्रों में स्वतंत्र विचार व्यक्त करने की प्रवृति बढ़ानी जरूरी है।
मुखर्जी रविवार को जादवपुर विश्वविद्यालय के 62 वें वार्षिक दीक्षांत समारोह में बोल रहे थे। मुखर्जी को जादवपुर विश्वविद्यालय के 62 वें वार्षिक दीक्षांत समारोह में डॉक्टर ऑफ लिटरेचर ( डीलिट) की उपाधि प्रदान की गई।
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