प्रणब दा, आप मेरे लिए पिता समान, रिश्तों में आत्मीयता बरकरार: मोदी
पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आपसी रिश्तों की गरमाहट बरकरार है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आपसी रिश्तों की गरमाहट उनके रायसीना हिल्स से विदा होने के बाद भी बरकरार है। कार्यकाल के आखिरी दिन प्रणब दा को पीएम मोदी की लिखी गई पाती से दोनों के आत्मीय रिश्तों की गरमाहट की झलक मिलती है। मोदी ने इस पत्र में प्रणब को पिता तुल्य बताते हुए बतौर प्रधानमंत्री शुरुआती दिनों में सहयोग के लिए आभार जताया है।
प्रणब ने इस पत्र को टिव्टर पर गुरुवार को साझा करते हुए कहा कि कार्यकाल के अंतिम दिन लिखे गए मोदी के इस पत्र ने उनके दिल को छू लिया। इसमें मोदी ने कहा है कि तीन वर्ष पहले जब दिल्ली आए तो वे यहां के लिए बाहरी व्यक्ति थे। ऐसे समय आपने हमेशा पिता तुल्य मार्गदर्शक की भूमिका निभाई। आपकी बौद्धिकता, ज्ञान और दिशा-निर्देश से हमेशा उन्हें ताकत मिली। दादा के समय-समय पर फोन कर उनकी सेहत का हाल लेने की बातों का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा है कि राष्ट्रपति की इस आत्मीयता ने उन्हें हमेशा नई उर्जा दी।
मोदी ने 24 जुलाई को यह पत्र लिखा था। इसमें दादा के व्यापक ज्ञान की पीएम ने प्रशंसा की है। उन्होंने कहा है कि इन तमाम विषयों से जुड़ी दादा की अंतरदृष्टि से सदैव चकित होता रहा हूं। मोदी ने लिखा है 'प्रणब दा, हमारी राजनीतिक यात्रा अगल-अलग राजनीतिक दलों के माध्यम से हुई है। कई मौकों पर हमारी विचारधारा अलग रही है। हमारे जीवन अनुभव भी काफी अलग हैं। मेरे पास केवल मेरे राज्य का प्रशासनिक अनुभव था। जबकि आपके पास कई दशकों की राष्ट्रीय राजनीति और नीति का गहरा अनुभव था। फिर भी हम आपसी सामंजस्य के साथ बेहतर काम कर पाए।' दादा को एक असाधारण नेता बताते हुए उन्होंने यह भी कहा है कि राष्ट्रपति के तौर पर उनकी विरासत देश के लिए हमेशा प्रेरणा बनी रहेगी। संसद के सेंट्रल हाल में विदाई भाषण के दौरान दादा के कहे गए शब्दों के लिए भी मोदी ने उनका आभार जताया है। प्रणव के पत्र साझा कर अपनी भावनाएं जाहिर करने पर मोदी ने ट्विटर पर आभार जताया।
प्रणब मुखर्जी को मोदी जी के विदाई पत्र ने दलगत राजनीति से उपर उठकर संवैधानिक पदों की गरिमा को कायम रखने का उच्चतम स्तर तय किया है-अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष।
बेटी शर्मिष्ठा ने कहा, शुक्रिया
प्रणब दा की बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी ने भी ट्वीट के जरिये एक पुत्री की ओर से प्रधानमंत्री को धन्यवाद दिया। यह भी कहा कि बतौर कांग्रेस कार्यकर्ता वे मोदी सरकार की जन-विरोधी नीतियों की आलोचना करती रहेंगी और यही लोकतंत्र की खूबसूरती है।