धान खरीद पर नहीं पड़ेगा खराब मानसून का असर, कई राज्यों का खरीद लक्ष्य पिछले वर्ष से भी ज्यादा
FCI के धान खरीद के आंकड़ों के मुताबिक फिलहाल हरियाणा में पिछले तीन चार दिनों में न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर कुल पौने दो लाख टन धान की खरीद हो चुकी है। जबकि पंजाब में तकरीबन 20.40 हजार टन धान खरीदा गया है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। मानसून की असमान बारिश होने से चालू खरीफ सीजन में धान की खेती के प्रभावित होने का अनुमान है। पूर्वी राज्यों में धान की खेती का रकबा घट गया है जिससे पैदावार में कमी आने की आशंका है। इसके बावजूद खाद्य मंत्रालय ने चालू खरीफ सीजन में रिकार्ड 518 लाख टन चावल खरीद की उम्मीद जताई है। खरीफ मार्केटिंग सीजन में धान की सरकारी खरीद चालू हो चुकी है। यह खरीद प्रमुख धान उत्पादक राज्य पंजाब और हरियाणा में हो रही है।
भारतीय खाद्य निगम के धान खरीद के आंकड़ों के मुताबिक फिलहाल हरियाणा में पिछले तीन चार दिनों में न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर कुल पौने दो लाख टन धान की खरीद हो चुकी है। जबकि पंजाब में तकरीबन 20.40 हजार टन धान खरीदा गया है। हालांकि लौटते मानसून की बारिश से राज्यों की मंडियों में धान की आवक बुरी तरह प्रभावित हुई है।
तमिलनाडु में 3.35 लाख टन धान की खरीद हो चुकी है। यहां किसानों की मांग पर सितंबर में ही खरीद शुरू कर दी गई थी। उत्तर प्रदेश में इस बार धान की खरीद का लक्ष्य 59.70 लाख टन रखा गया है जो पिछले साल 65.53 लाख टन था।
771.25 करोड़ टन धान खरीद का लक्ष्य पिछले साल के खरीफ सीजन में रिकार्ड उत्पादन होने से कुल 759.32 लाख टन धान की खरीद हुई थी। इस बार सरकारी खरीद 771.25 करोड़ टन होने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। ज्यादातर राज्यों के राइस मिलर्स एसोसिएशनों ने भी सरकार के लक्ष्य को पा लेने का दावा किया है। चालू सीजन में खरीद के देर तक जारी रहने की संभावना है।
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भारतीय खाद्य निगम के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि लौटते मानसून की हो रही वर्षा से धान की कटाई प्रभावित हो रही है, जिससे खरीद के लंबा खिंचने की संभावना है। निर्धारित लक्ष्य के पूरा होने तक खरीद जारी रहेगी।
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