पीएम पर हमले के बाद सरकार और विपक्ष में बढ़ी सियासी तकरार
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार जहां देश बदलने में जुटी है वहीं विपक्षी दल नोटबदली के काम में जुटे हैं। सरकार में रहते हुए भी भ्रष्टाचार किया और अभी भी उसी काम में लगे हैं। उन्हें देश से माफी मांगनी चाहिए।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली । शीतकालीन सत्र में अब जबकि महज दो दिन शेष है वहीं सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच समझौते की गुंजाइश भी लगभग खत्म हो गई है। यही कारण है कि संसद से इतर दोनों पक्षों का रुख पूरी तरह आक्रामक हो गया। बुधवार को कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने जहां विपक्ष के अन्य पंद्रह दलों को इकट्ठा कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सीधा हमला किया और कहा कि उनके पास प्रधानमंत्री के निजी भ्रष्टाचार की पूरी जानकारी है और इसीलिए उन्हें बोलने से रोका जा रहा है।
वहीं भाजपा के वरिष्ठ नेता व केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने राहुल की मनोदशा पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि स्टिंग में साफ हो गया है कि विपक्षी दलों के कई नेता पार्टी कार्यालय में बैठकर ही कमीशन पर नोटबदली का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार जहां देश बदलने में जुटी है वहीं विपक्षी दल नोटबदली के काम में जुटे हैं। सरकार में रहते हुए भी भ्रष्टाचार किया और अभी भी उसी काम में लगे हैं। उन्हें देश से माफी मांगनी चाहिए।
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सदन के अंदर हालांकि विपक्ष के अंदर भी एक धड़ा नोटबंदी के फैसले के साथ है। लेकिन बुधवार को राहुल के नेतृत्व में कांग्रेस, सपा, तृणमूल कांग्रेस, वामदल, द्रमुक, एनसीपी जैसे कई दलों ने एकजुटता दिखाते हुए संयुक्त प्रेस ब्रीफिंग की। राहुल ने प्रधानमंत्री पर यह सनसनीखेज आरोप लगाया। हालांकि राहुल ने मीडिया के सवालों के बावजूद पीएम के खिलाफ उनके पास किस तरह का सबूत और मामला है इसका खुलासा करने से इनकार कर दिया। उनका कहना था 'हमारे पास पीएम के भ्रष्टाचार के बारे में पर्सनल जानकारी है। हम इसको संसद में रखना चाहते हैं। हमें लोकसभा में बोलने दिया जाए हमारे पास पुख्ता सबूत हैं, हम दिखा देंगे।' उन्होंने यह भी कहा कि जब वे बोलेंगे तो सरकार का राजनीतिक गुब्बारा फट जाएगा।
लोकसभा में नोटबंदी पर बुधवार को भी चर्चा नहीं हो पाने के लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए राहुल ने कहा कि पहली बार इतिहास में ऐसा हो रहा कि सत्तापक्ष बहस रोक रहा है। इस दौरान टीएमसी नेता सुदीप बंदोपाध्याय ने भी लोकसभा में बिना शर्त चर्चा की राहुल की बात का समर्थन करते हुए कहा कि सभी 16 विपक्षी पार्टियां गुरुवार को भी बहस के लिए तैयार हैं। मगर सत्ता पक्ष के रुख से साफ है कि वह संसद में नोटबंदी पर बहस से भाग रहा है।
दूसरी तरफ केंद्रीय संसदीय कार्यमंत्री अनंत कुमार और प्रकाश जावड़ेकर ने विपक्षी दलों को कठघरे में खड़ा कर दिया। पार्टी कार्यालय में मीडिया से रूबरू जावड़ेकर ने कहा कि मीडिया ने जो स्टिंग किया है उसमें विपक्षी दलों की बेचैनी साफ हो गई है। नाम लेते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस मुख्यालय में बैठकर पार्टी पदाधिकारी तारिक सिद्दीकी नोटबदली का काम कर रहे हैं। उन्होंने कमीशन लेकर ऐसा करने का प्रस्ताव दिया।
जावड़ेकर ने याद दिलाया कि तारिक कई फोटो में राहुल और सोनिया गांधी के साथ दिखे हैं। तो बीएसपी के गाजियाबाद जिलाध्यक्ष में 35-40 फीसद कमीशन पर हाथोंहाथ नोटबदली का दावा किया। स्टिंग में उन्होंने कहा- दस करोड़ रुपये तो अभी कर दूंगा। समाजवादी पार्टी के टीटू यादव और राकांपा के पदाधिकारी रवि कुमार का कारनामा स्टिंग में सामने आ गया है। जावड़ेकर ने राहुल को कहा कि रोज उनकी पार्टी महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने खड़े होकर विरोध करते हैं और पार्टी कार्यालय में कमीशनखोरी चल रही है। इसके लिए कांग्रेस, सपा, बसपा, राकांपा को देश से माफी मांगनी चाहिए।
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भूचाल लाने की राहुल की बात का जवाब देते हुए जावड़ेकर ने कहा कि वह बोलेंगे तो उनके ही पैरों तले जमीन खिसक जाएगी। जावड़ेकर ने सफाई दी कि सदन की वीडियो रिकार्डिग गवाह है कि सदन विपक्ष नहीं चलने दे रहा है।
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