छत्तीसगढ़ के बस्तर में 'ऑपरेशन मानसून' से पहले पुलिस तोड़ रही नक्सलियों की सप्लाई चेन
नक्सली सहयोगी जगत पुजारी और रमेश उसेंडी ने इलाके के कई ठेकेदारों और दुकानदारों के नाम उजागर किए हैं। इनके गठजोड़ से नक्सलियों के लिए सामान की खरीद की जाती है।
दंतेवाड़ा, जेएनएन। छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग के जिलों में नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन मानसून लांच करने से पहले पुलिस उनकी सप्लाई चेन ध्वस्त करने में जुटी है। रविवार को दंतेवाड़ा जिले में पूर्व भाजपा विधायक धनीराम पुजारी के बेटे व भाजपा जिला उपाध्यक्ष जगत पुजारी और ओरछा के रमेश उसेंडी को नक्सलियों के लिए ट्रैक्टर खरीद कर ले जाते पकड़ा गया। दोनों से पूछताछ में कई और सफेदपोशों के नाम सामने आए हैं।
एसपी डॉ अभिषेक पल्लव का कहना है कि कुछ लोगों के नाम सामने आए हैं जो लंबे समय से नक्सलियों को उनकी आवश्यकता के सामान पहुंचाते रहे हैं। इनमें कुछ ठेकेदारों, जनप्रतिनिधियों व अन्य को राडार पर रखा गया है। इनके खिलाफ कार्रवाई कर आपरेशन मानसून से पहले नक्सली सहायता को रोका जाएगा। बता दें कि इससे पहले सुकमा पुलिस ने भी नक्सलियों को कारतूस की डिलीवरी करने वाले एक एएसआइ व हवलदार समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया था।
दुकानदारों-ठेकेदारों का गठजोड़ गिरफ्तार
नक्सली सहयोगी जगत पुजारी और रमेश उसेंडी ने इलाके के कई ठेकेदारों और दुकानदारों के नाम उजागर किए हैं। इनके गठजोड़ से नक्सलियों के लिए सामान की खरीद की जाती है। यह हाट-बाजारों से ग्रामीणों के माध्यम से नक्सलियों तक सामान पहुंचाते हैं। हालांकि पुलिस अभी इनके नाम सार्वजनिक नहीं कर रही है। पुलिस अधिकारी का कहना है कि छोटे दुकानदारों को पुलिस परेशान नहीं करेगी लेकिन नक्सलियों को अधिक मात्रा में सामान सप्लाई करने वालों के खिलाफ कार्रवाई होगी।
टेंट और जूतों की मांग
मानसून के पहले आपरेशन के दौरान पुलिस ने नक्सलियों के कई कैंप ध्वस्त किए हैं। इसमें नक्सलियों के अन्य सामग्रियों की जब्ती के साथ उनके टेंट को फोर्स ने जलाए हैं। नक्सलियों के पास बारिश से बचने के लिए टेंट की कमी हो गई है। वे गांव में ज्यादा दिन नहीं रह सकते, इसलिए अपने समर्थकों से टेंट, जूते, टार्च और गर्म कपड़ों की मांग कर रहे हैं।