इंदौर: कैमरे खंगालकर पुलिस ने पकड़े मॉडल से छेड़छाड़ करने वाले नीली-पीली शर्ट पहने युवक
सोमवार शाम पीड़िता की तलाश के बाद पुलिस ने केस दर्ज किया। फिर मामले की पड़ताल में रातभर विजय नगर, खजराना व महिला थाने की पुलिस लगी रही।
इंदौर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। विजय नगर थाने के सामने हुई मॉडल युवती से छेड़छाड़ के मामले में 24 घंटे के अंदर छह थानों की पुलिस ने फुटेज के आधार पर नीले व पीले रंग के शर्ट वाले बाइक सवार दो युवकों को परदेशीपुरा से पकड़ लिया। पुलिस के लिए प्रतिष्ठा का सवाल बने इस केस को सुलझाने के लिए 60 कैमरे खंगाले गए और 43 बाइक देखी गई। पीड़िता ने दोनों की शिनाख्त भी की।
उसका आरोप था कि पीली शर्ट पहने युवक ने उसकी स्कर्ट खींची थी, जबकि दोनों युवकों का कहना था वे तेज रफ्तार में बाइक चला रहे थे। लड़की की गाड़ी के साइड से निकले तो वह लहराकर गिर गई। वे जल्दी में थे, इसलिए रुके भी नहीं। स्कर्ट खींचना तो दूर, लड़की से बात ही नहीं की। वह यदि सामने आ जाए तो वे उसे पहचान भी नहीं पाएंगे। महू की रहने वाली पीड़ित मॉडल युवती ने इस घटना को ट्विटर और इंस्टाग्राम पर भी शेयर किया था। इसके बाद मुख्यमंत्री ने रीट्वीट करते हुए डीजीपी व इंदौर कलेक्टर को कार्रवाई के निर्देश दिए।
सोमवार शाम पीड़िता की तलाश के बाद पुलिस ने केस दर्ज किया। फिर मामले की पड़ताल में रातभर विजय नगर, खजराना व महिला थाने की पुलिस लगी रही। विजयनगर टीआई एसके दास ने बताया कि सीसीटीवी कैमरों की मदद से आरोपित पकड़ाए हैं। इनका नाम लकी पिता अभिमन्यु गुर्जर और बंटी पिता रमेश चौधरी निवासी लाल गली परदेशीपुरा हैं। दोनों से घटना के बारे में पूछताछ की जा रही है।
दोनों रेडीमेड कॉम्प्लेक्स में कपड़े की फैक्टरी में काम करते हैं। दोपहर 12 बजे जब पुलिस टीम फैक्टरी पहुंची तो वे काम करते हुए मिल गए।
इस तरह पकड़ाए
खजराना टीआई कमलेश शर्मा ने बताया घटना को लेकर शाम 7 से 7.30 बजे के बीच रोड, चौराहा व पेट्रोल पंप पर लगे 60 सीसीटीवी कैमरों की रिकॉर्डिग देखी गई। विजय नगर चौराहे से करीब एक हजार लोग गुजरे। उनमें से बाइक सवार दो लोगों पर पीड़िता ने आशंका जाहिर की। इनमें बाइक चला रहे युवक ने नीले व पीछे बैठे शख्स ने पीले रंग का शर्ट पहन रखा था।
सयाजी पेट्रोल पंप के फुटेज देखे तो उसमें उसी रंग की शर्ट पहने दोनों युवक गाड़ी में पेट्रोल डलवाते नजर आए। फुटेज से नंबर तलाशना शुरू किया। बाइक के नंबर ठीक से दिखाई नहीं दे रहे थे। सॉफ्टवेयर से काफी हद तक उसे साफ किया। बावजूद बीच की सीरीज दिखने में समस्या आ रही थी। इस पर नंबर प्लेट पर नंबर लिखने वाले को बुलाया। उसने गौर से देखकर नंबर बताए। इस आधार पर 43 बाइक की जानकारी निकाली और दोनों तक पुलिस पहुंची।
नहीं मिले घटना के फुटेज
घटनास्थल के आसपास उत्कर्ष स्मॉल फाइनेंस बैंक, यस बैंक, मॅकडॉनल्ड्स, नयन ऑप्टिक्स, के-क्लब और विशाल मेगा मार्ट के कैमरे लगे हैं। इन कैमरों के फोकस रोड पर आते हैं। फुटेज निकालने वाली टीम ने कहा कि पूरे कैमरे खंगाले लेकिन सभी के फोकस मुख्य रोड को कवर नहीं कर रहे हैं, जिससे स्कर्ट खींचने की घटना फुटेज में नहीं दिखी।
बयान के आधार पर गिरफ्तार किया
प्राथमिक रूप से लड़की के बयान के आधार पर छेड़छाड़ का केस दर्ज कर दोनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया है। लड़कों ने छेड़छाड़ की या नहीं, इस बारे में पूछताछ की जाएगी। मामले में ऐसे कई बिंदु हैं जिन पर जांच होना है।
हरिनारायणचारी मिश्र डीआईजी इन बिंदुओं को बनाया जांच का आधार
छेड़छाड़ हुई है या फिर एक्सीडेंट हुआ। छेड़छाड़ की घटना हुई तो उसे कोर्ट में साबित करने के लिए साक्ष्य जुटाना। मंगल सिटी के सामने शाम को चहल-पहल रहती है। व्यस्ततम रोड पर घटना हुई और किसी ने देखा तक नहीं। कोई प्रत्यक्षदर्शी पुलिस को नहीं मिला। घटनास्थल के पास पार्किंग में तैनात सिक्युरिटी गार्ड का कहना था उसके सामने ऐसा कुछ नहीं हुआ। घटनास्थल के सामने ही विजय नगर थाना था। आखिर पीड़िता ने पुलिस को सूचना क्यों नहीं दी। घटना के पहले और बाद में पीड़िता कहां-कहां गई। सोशल मीडिया पर देर रात उसने ट्वीट करना शुरू किया। यह सिलसिला दूसरे दिन तक दिनभर चलता रहा, लेकिन पीड़िता किसी के सामने नहीं आई। डीआईजी ने सुबह रीट्वीट करते हुए पीड़िता से अपने मोबाइल नंबर शेयर किए। उन्होंने संपर्क करने की गुजारिश की, लेकिन शाम तक उसने संपर्क नहीं किया। पीड़िता द्वारा डीआईजी का रीट्वीट हटाने की क्या वजह रही। वारदात करने वाले पेट्रोल पंप पर रुकने से लेकर 15 मिनट बाद दोबारा घटनास्थल पर क्यों लौटेंगे? क्या यह एक पब्लिसिटी स्टंट है?
टीआई ने चढ़ाया मंदिर में प्रसाद
इस हाई प्रोफाइल केस के आरोपितों के गिरफ्तार होने के बाद पुलिस अफसरों ने भी राहत की सांस ली। जिस थाना क्षेत्र में वारदात हुई उसके टीआई एस के दास ने तो मंदिर में प्रसाद भी चढ़ाया।
भेजे गए वीडियो से की आरोपियों की शिनाख्त
पुलिस ने शाम करीब 4 बजे पांच से छह वीडियो पीड़िता को भेजा। उन तस्वीरों को देखकर पीड़िता ने आरोपितों की शिनाख्त की। पीड़िता के मुताबिक आरोपितों की तस्वीर देखते ही वह पहचान गई। दोनों ने वही शर्ट पहन रखे थे, जिससे पहचानने में आसानी हुई। वह घटना से बेहद दुखी है। यदि वह आरोपितों के सामने जाती तो संभवत: आपा खो देती। इसीलिए पुलिस ने फोटो और वीडियो भिजवाकर शिनाख्त करवाई।
युवती ने बताया-
तो दाढ़ी क्यों बनवाई मुझे यह बताया गया कि आरोपितों ने कहा है कि सिर्फ दुर्घटना हुई है, छेड़छाड़ नहीं की। ऐसा है तो आरोपितों में से एक ने दाढ़ी (शेविंग) क्यों बनवाई। घटना के बाद दूसरी बात यदि वे मान रहे हैं कि दुर्घटना हुई थी तो यह जानने के लिए रुके क्यों नहीं। मैं आज भी अपने बयान पर कायम हूं। मैंने आवाज उठाई, लोगों के तानों के बावजूद अपने बयान पर कायम रही तो मुझे परिणाम मिला। मेरी तरह दूसरी पीड़िताओं को भी तमाम परेशानियों के बावजूद चुप नहीं रहना चाहिए। बोलना चाहिए। इस पूरे मामले में पुलिस ने मेरा बहुत सहयोग किया।