पीएनबी को घोटाले की भरपाई के लिए मिल सकता है एक साल
धोखाधड़ी वाले लेटर ऑफ अंडरटेकिंग (एलओयू) जारी करने की घटनाएं पहले नहीं हुई हैं। इसलिए आरबीआइ इस मामले में पीएनबी को रकम की भरपाई के लिए चार तिमाहियों, यानी एक वर्ष तक की मोहलत दे सकता है।
नई दिल्ली, प्रेट्र। सार्वजनिक क्षेत्र के कर्जदाता पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) को हीरा कारोबारी नीरव मोदी और गीतांजलि जेम्स के मालिक मेहुल चोकसी के हाथों हुए 12,000 करोड़ रुपये से ज्यादा के घोटाले की भरपाई के लिए चार तिमाहियों की मोहलत मिल सकती है। पीएनबी ने भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआइ) को पत्र लिखकर घोटाले की रकम के बराबर रकम का प्रावधान करने के बारे में नियामक की राय मांगी है। हालांकि आरबीआइ की तरफ से बैंकों को अपने घाटे की भरपाई के लिए इस तरह का प्रावधान पहले से है। लेकिन यह मामला अपनी तरह के पहले घोटाले और हजारों करोड़ की रकम से जुड़ा है, लिहाजा पीएनबी सतर्कता से कदम उठा रहा है।
धोखाधड़ी वाले लेटर ऑफ अंडरटेकिंग (एलओयू) जारी करने की घटनाएं पहले नहीं हुई हैं। इसलिए आरबीआइ इस मामले में पीएनबी को रकम की भरपाई के लिए चार तिमाहियों, यानी एक वर्ष तक की मोहलत दे सकता है।
घोटाले की रकम बढ़ने की संभावना नहीं
आर्थिक मामलों के सचिव सुभाष चंद्र गर्ग ने गुरुवार को कहा कि पीएनबी घोटाले का आकार अब तक सामने आए 12,646 करोड़ रुपये से और बड़ा होने का अंदेशा नहीं है। उन्होंने कहा कि वित्तीय सेवाएं विभाग और वित्त मंत्रालय ने सभी बैंकों को फंसे कर्ज (एनपीए) से संबंधित खातों की जांच करने को कहा है। उन्होंने कहा, 'उन खातों की जांच चल रही है और अगर कुछ सामने आता है तो हमें तुरंत पता चल जाएगा। लेकिन अब तक की जांच में ऐसा कुछ सामने आया नहीं है।'