PMC बैंक ने RBI से छिपाई थी बड़े खातों की जानकारी, खोले थे कई फर्जी अकाउंट
बैंक के बर्खास्त किए जा चुके मैनेजिंग डायरेक्टर ने आरबीआइ को लिखे पत्र में स्वीकार किया है कि बैंक प्रबंधन ने बड़े पैमाने पर नियमों के विरुद्ध काम किया और चीजों को जानबूझकर छिपाया।
मुंबई, आइएएनएस/प्रेट्र। धोखाधड़ी के आरोपों का सामना कर रही पंजाब एंड महाराष्ट्र को-ऑपरेटिव (पीएमसी) बैंक में एक के बाद एक अनियमितताएं सामने आ रही हैं। जानकारी के मुताबिक, बैंक प्रबंधन अपनी साख बचाने के लिए चीजों को लगातार आरबीआइ से छिपाता रहा। वधावन की अगुआई वाले हाउसिंग डेवलपमेंट एंड इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (एचडीआइएल) के संकटग्रस्त खातों को छिपाने के लिए प्रबंधन ने फर्जी खाते खोले थे।बैंक के बर्खास्त किए जा चुके मैनेजिंग डायरेक्टर जॉय थॉमस ने आरबीआइ को लिखे पत्र में स्वीकार किया है कि बैंक प्रबंधन ने बड़े पैमाने पर नियमों के विरुद्ध काम किया और चीजों को जानबूझकर छिपाया।
थॉमस ने अपने पत्र में कहा है कि 2008 के बाद से कुछ बड़े कर्जदाताओं के खाते आरबीआइ से छिपाए गए, ताकि बैंक की साख पर गलत प्रभाव नहीं पड़े। पत्र के मुताबिक 2011 में बैंक की कुल 57 ब्रांच थीं, जिनमें 2,824 करोड़ रुपये जमा थे, जबकि 2,000 करोड़ रुपये अग्रिम थे। उस समय बैंक के 1,026 करोड़ रुपये एचडीआइएल ग्रुप के पास थे। थॉमस ने कहा कि अगर हम उस समय इन खातों को एनपीए घोषित कर देते तो हमें इन पर ब्याज नहीं मिलता, जिससे हमें नुकसान होता। बैंक की ओर से कहा गया है कि उसने अपने सारे कर्ज पर्याप्त सिक्यूरिटी के बदले में ही दिया है। उसे अभी अपना कर्ज वापस मिलने की उम्मीद है।
क्या है मामला?
आरबीआइ ने 23 सितंबर को पीएमसी पर कई प्रतिबंध लगा दिए थे। बैंक को नए लोन देने से रोक दिया गया है, साथ ही बैंक से धन निकासी की सीमा तय कर दी गई है। यह प्रतिबंध पीएमसी बैंक द्वारा की गई वित्तीय अनियमितताओं के चलते लगाए गए हैं। 2008 के बाद से अब तक बैंक के 4,000 करोड़ से अधिक रुपये डूब चुके हैं।
एचडीआइएल ने कहा, सिक्यूरिटी के बदले ही लिए लोन
एचडीआइएल ने कहा है कि पीएमसी बैंक सहित उसने अपना सारा कर्ज पर्याप्त सिक्यूरिटी के बदले ही लिया है। सारा लेनदेन सामान्य व्यापार के तहत हुआ है। स्टॉक एक्सचेंज को दी गई सफाई में कंपनी ने कहा है कि इसके सभी खाते ऑडिट किए जा चुके हैं। सोमवार को मुंबई पुलिस ने एचडीआइएल और पीएमसी बैंक के पूर्व प्रबंधन और प्रमोटर्स के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी।
डीएचएफएल ने दी सफाई
रियल स्टेट फाइनेंस सेक्टर की कंपनी डीएचएफएल ने कहा है कि उसके कर्ज का पीएमसी और एचडीआइएल से कोई लेनादेना नहीं है। कंपनी ने अपने निवेशकों को भ्रामक खबरों से बचने और धैर्य रखने की सलाह दी है। मंगलवार को कंपनी के शेयरों में बड़ी गिरावट देखी गई।