बाबा साहब के संविधान के चलते ही आज मैं प्रधानमंत्री हूं: मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मैं एक गरीब मां का बेटा अगर आपके सामने प्रधानमंत्री के रूप में खड़ा हूं तो यह भी बाबा साहब की ही देन है।
नई दुनिया, रायपुर। बाबा भीमराव आंबेडकर की 127वीं जयंती पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि यह बाबा साहब की ही देन है कि एक गरीब का बेटा आपके सामने प्रधानमंत्री के रूप में खड़ा है। देश के धुर नक्सल प्रभावित क्षेत्र बस्तर संभाग के बीजापुर जिले के जांगला में शनिवार को एक जनसभा को संबोधित करते हुए मोदी ने नक्सलवाद पर करारा प्रहार किया। अपने 59 मिनट के भाषण में मोदी ने स्पष्ट कर दिया कि विकास के नए आयाम गढ़ने के लिए रास्ते भी नए तलाशने होंगे। विकास करना है तो कनेक्टिविटी बढ़ानी होगी।
देश को दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य बीमा योजना 'आयुष्मान भारत' समर्पित करने के साथ ही पीएम ने बस्तर पर सौगातों की बौछार कर दी। प्रधानमंत्री ने जांगला में हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर का भी उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि यह सेंटर गरीबों के फैमिली डॉक्टर की तरह काम करेगा। मोदी ने भानुप्रतापपुर से चलने वाली उस ट्रेन को हरी झंडी भी दिखाई जिसकी कमान केवल महिलाओं के हाथ में थी। आजादी के बाद यहां पहली बार ट्रेन दौड़ी।
बीजापुर जिला मुख्यालय से करीब 35 किलोमीटर दूर ग्राम पंचायत जांगला में समय से कुछ पहले पहुंचे प्रधानमंत्री ने अपना भाषण छत्तीसगढ़ी बोली में शुरू किया। बाबा साहब को नमन व स्मरण करते हुए उन्होंने कहा कि विकास की दौड़ में जो पीछे छूटे या छोड़ दिए गए, उनमें विकास की जो चेतना अब पैदा हुई है वह बाबा साहब की ही देन है। मैं एक गरीब मां का बेटा अगर आपके सामने प्रधानमंत्री के रूप में खड़ा हूं तो यह भी बाबा साहब की ही देन है। अब तक अपने हक से वंचित मजलूमों व दलितों के लिए ही यह सरकार बीते चार साल से काम कर रही है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि बीजापुर आना अनायास नहीं है। यह देश के 115 पिछड़े जिलों में शामिल वह जिला है जिसे अधिकारियों ने बीते तीन माह के भीतर द्रुत गति से काम कर इन जिलों में अव्वल बना दिया है। जल्द ही न्यू इंडिया की तर्ज पर लोग इसे न्यू बस्तर कहने लगेंगे। इस क्षेत्र में नक्सलवाद का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि कुछ युवा हिंसा के रास्ते पर चल रहे हैं। ऐसे युवाओं के अभिभावकों को सोचना चाहिए कि उनके बच्चों का इस्तेमाल करने वाले लोग कौन हैं। ये बाहर के लोग हैं जो आपके बच्चे को आगे कर कायराना लड़ाई लड़ रहे हैं। ये नहीं मरते, जान तो हमारे भटके हुए बच्चों की जाती है। जरा सोचिए, आपके व आपके क्षेत्र के विकास के लिए ये सुरक्षाबलों के जवान अपनी जान भी कुर्बान कर देते हैं। ये भी किसी मां के ही लाल हैं। आज मैं अपील करता हूं कि ऐसे भटके नौजवान समाज की मुख्यधारा में शामिल होकर विकास का रास्ता तय करें।
इसके पूर्व प्रधानमंत्री ने तेंदू पत्ता संग्राहकों को चरण पादुका योजना से लाभान्वित करने के दौरान रतनी देवी को अपने हाथों से पादुका पहनाई तो पूरा पंडाल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा व छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डा रमन सिंह ने भी सरकार की विभिन्न योजनाओं के बारे में बताया। रमन सिंह ने बस्तरिया गौर मुकुट व जैकेट पहनाकर प्रधानमंत्री का स्वागत किया।
मोदी ने गाया, खरगोश आया..खरगोश आया
प्रधानमंत्री मोदी छत्तीसगढ़ प्रवास के दौरान बदले-बदले नजर आये। बच्चों के साथ तो वह ऐसे घुल मिल गए कि उन्हीं के साथ बालगीत गाया। बच्चे बोले, खरगोश आया- खरगोश आया.., क्यों आया क्यों आया.. वो तो गाजर खाने आया .. एकाएक मोदी ने भी गुनगुनाना शुरू किया- खरगोश आया, खरगोश आया ...।
यह तस्वीर जांगला में आंगनबाड़ी केंद्र में हुए सास-बहू सम्मेलन में नजर आई। प्रधानमंत्री इस केंद्र में मौजूद बच्चों के साथ ऐसे घुले-मिले मानो उनका बचपन लौट आया हो।