यूएई में सिर चढ़कर बोल रहा पीएम मोदी का जुनून
पीएम के यूएई दौरे से वहां रह रहे भारतीय काफी उत्साहित हैं। इस बात का पता इससे चल जाता है कि वह जिस स्टेडियम में भारतीयों को संबोधित करने वाले हैं उस स्टेडियम की क्षमता महज पचास हजार दर्शकों की है। लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण को सुनने के
नई दिल्ली। पीएम के यूएई दौरे से वहां रह रहे भारतीय काफी उत्साहित हैं। इस बात का पता इससे चल जाता है कि वह जिस स्टेडियम में भारतीयों को संबोधित करने वाले हैं उस स्टेडियम की क्षमता महज पचास हजार दर्शकों की है। लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण को सुनने के लिए जब यहां पर रजिस्ट्रेशन खोला गया तो अब तक करीब 51 हजार लोगों ने अपने को रजिस्ट्रर्ड कराया है।
गौरतलब है कि यूएई में भारत के विभिन्न भागों से आए करीब 25 लाख लोग काम करते हैं। इनमें से काफी तादात उन लोगों की है जिन्हें वहां की नागरिकता नहीं मिली है और जो कुछ समय के लिए ही वहां पर जाते हैं। यूएई में यूं तो भारत के हर राज्य से लोग आते हैं लेकिन दक्षिण भारत के केरल से यहां पर काम के लिए आने वाले लोगों की तादात अन्य राज्यों के बनस्पत अधिक है। हाल के कुछ वर्षों में बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश से भी काफी संख्या में लाेग यहां पर काम के लिए आए हैं। ऐसे में लोगों को वहां पर मिल रही सुविधाएं और अन्य मुद्दों पर पीएम मोदी यूएई की सरकार से बात करेंगे। इसके अलावा भारत में यूएई द्वारा निवेश को लेकर भी पीएम मोदी वहां उद्योगपतियों के साथ बैठक करेंगे।
पिछले 34 वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की यह दूसरी यूएई यात्रा होगी। इससे पहले 1981 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने यूएई की यात्रा की थी। अपनी यात्रा से पूर्व मोदी ने यूएई को एक बहुमूल्य साझेदार बताया है। उन्होंने कहा कि भारत यूएई का दूसरा सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है। प्रधानमंत्री ने यूएई में रहने वाले 25 लाख से अधिक भारतीय लोगों द्वारा किए जा रहे योगदान की सराहना की। यूएई की आबादी का 30 फीसद भारतीय हैं। वहां रह रहे भारतीय प्रतिवर्ष 13 अरब डॉलर (करीब 8.46 खरब रुपये) भेजते हैं।