PM Modi In Jaisalmer: दीवाली पर सैनिकों के बीच लोंगेवाला पहुंचे PM मोदी, पढ़ें- 10 बड़ी बातें
लद्दाख सीमा पर जारी गतिरोध के बीच चीन पर निशाना साधते हुए पीएम मोदी ने कहा कि आज पूरा विश्व विस्तारवादी ताकतों से परेशान हैं। विस्तारवाद एक तरह से मानसिक विकृति है और 18वीं शताब्दी की सोच को दर्शाती है।
नई दिल्ली, जेएनएन। दीवाली के मौके पर पिछले सात सालों से लगातार जवानों के बीच दीवली मना रहे पीएम मोदी इस बार भारत-पाक सीमा पर जैसलमेर के लोंगेवाला पहुंचे। पीएम ने जवानों को 130 करोड़ देशवासियों की तरफ से दीवाली की बधाई दी। इस दौरान लोंगेवाला में सैनिकों को संबोधित करते हुए पीएम ने चीन और पाकिस्तान दोनों को सख्त संदेश दिया। उन्होंने कहा कि दुनिया की कोई भी ताकत हमारे वीर जवानों को देश की सीमा की सुरक्षा करने से रोक नहीं सकती है।
#WATCH I Rajasthan: Prime Minister Narendra Modi distributes sweets among jawans during his visit to Longewala, Jaisalmer. #Diwali pic.twitter.com/qE76hDVVF5
— ANI (@ANI) November 14, 2020
पीएम मोदी के भाषण की 10 बड़ी बातें
1- पीएम मोदी ने कहा कि आज भारत की रणनीति साफ है, स्पष्ट है। आज का भारत समझने और समझाने की नीति पर विश्वास करता है, लेकिन अगर हमें आज़माने की कोशिश होगी तो, जवाब भी उतना ही प्रचंड मिलेगा।
2- आज पूरा विश्व विस्तारवादी ताकतों से परेशान हैं। विस्तारवाद, एक तरह से मानसिक विकृति है और अठ्ठारहवीं शताब्दी की सोच को दर्शाती है। इस सोच के खिलाफ भी भारत प्रखर आवाज बन रहा है।
3- आज दुनिया ये जान और समझ रही है कि भारत अपने हितों से किसी भी कीमत पर रत्ती भर भी समझौता करने वाला नहीं है। भारत का ये रुतबा, ये कद आपकी शक्ति और आपके पराक्रम के ही कारण है। आपने देश को सुरक्षित किया हुआ है इसीलिए आज भारत वैश्विक मंचों पर प्रखरता से अपनी बात रखता है।
4- पीएम ने कहा कि आप भले बर्फीली पहाड़ियों पर रहें या फिर रेगिस्तान में, मेरी दीवाली तो आपके बीच आकर ही पूरी होती है। आपके चेहरों की रौनक देखता हूं, आपके चेहरे की खुशिया देखता हूं, तो मुझे भी दोगुनी खुशी होती है।
5- उन्होंने कहा कि दुनिया का इतिहास हमें ये बताता है कि केवल वही राष्ट्र सुरक्षित रहे हैं, वही राष्ट्र आगे बढ़े हैं जिनके भीतर आक्रांताओं का मुकाबला करने की क्षमता थी।
6- भले ही अंतरराष्ट्रीय सहयोग कितना ही आगे क्यों न आ गया हो, समीकरण कितने ही बदल क्यों न गए हों, लेकिन हम कभी नहीं भूल सकते कि सतर्कता ही सुरक्षा की राह है, सजगता ही सुख-चैन का संबल है। सामर्थ्य ही विजय का विश्वास है, सक्षमता से ही शांति का पुरस्कार है।
7- उन्होंने कहा कि हमारी सेनाओं ने निर्णय लिया है कि वो 100 से ज्यादा हथियारों और साजो-सामान को विदेश से नहीं मंगवाएगी। मैं सेनाओं को इस फैसले के लिए बधाई देता हूं। सेना के इस फैसले से देशवासियों को भी लोकल के लिए वोकल होने की प्रेरणा मिली है।
8- पीएम ने देश के नौजवानों से देश की सेनाओं के लिए निर्माण करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि हाल के दिनों में अनेक स्टार्ट्अप्स सेनाओं की जरूरतों को पूरा करने के लिए आगे आए हैं। डिफेंस सेक्टर में नौजवानों के नए स्टार्ट-अप्स देश को आत्मनिर्भरता के मामले में और तेजी से आगे ले जाएंगे।
9- सीमा पर रहकर आप जो त्याग करते हैं, तपस्या करते हैं, वो देश में एक विश्वास पैदा करता है। ये विश्वास होता है कि मिलकर बड़ी से बड़ी चुनौती का मुकाबला किया जा सकता है। जब तक आप हैं, आपका ये हौसला है, आपका ये त्याग और तपस्या है तब तक 130 करोड़ देशवासियों का आत्मविश्वास कोई नहीं डिगा पायेगा। जब तक आप है देश की दिवाली इसी तरह रौशन होती रहेगी।
10- आज के दिन मैं आपसे तीन आग्रह और करना चाहता हूं। पहला- कुछ न कुछ नया करने की आदत को अपनी रोजमर्रा की जिंदगी का हिस्सा बनाइए। आजकल कई जगहों पर हमारे जवान महत्वपूर्ण इनोवेशंस कर रहे हैं। दूसरा- योग को अपने जीवन का हिस्सा बनाए रखिए और तीसरा- अपनी मातृभाषा, हिंदी और अंग्रेजी के अलावा, कम से कम एक भाषा जरूर सीखिए।