दूसरे देशों को मुफ्त मिलेगा Co-WIN, प्रधानमंत्री मोदी ने दिया ये निर्देश- CEO आर एस शर्मा
CII के वर्चुअल समिट में CEO ने बताया कि सेंट्रल एशिया लैटिन अमेरिका और अफ्रीका से 50 देशों ने Co-WIN जैसे सिस्टम में रुचि प्रकट की। प्रधानमंत्री ने कोविन का ओपन-सोर्स वर्जन विकसित कर उन देशों को मुफ्त उपलब्ध कराने को कहा है जिन्हें यह सुविधा चाहिए।
नई दिल्ली, एएनआइ। Co-WIN प्लेटफार्म को भारत में तो सफलता मिली ही अब इसे दूसरे देशों के लिए भी उपलब्ध कराने की बात हो रही है। विश्व के सबसे बड़े वैक्सीनेशन प्लेटफॉर्म Co-WIN की दुनिया भर में सराहना हो रही है। देश में इसी प्लेटफार्म के जरिए वैक्सीनेशन का काम तेजी से हो रहा है और अब इसे दुनिया के अन्य देशों के साथ मुफ्त साझा किया जाएगा।
Co-WIN का ओपन सोर्स वर्जन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने Co-WIN का ओपन सोर्स वर्जन तैयार करने का निर्देश दिया और इसकी आवश्यकता जिन देशों को है उन्हें मुफ्त उपलब्ध कराने को कहा है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य अधिकरण (National Health Authority, NHA) और Co-WIN प्लेटफार्म के चीफ एक्जीक्यूटीव ऑफिसर (CEO) आर एस शर्मा (Dr RS Sharma) ने सोमवार को यह जानकारी दी।
कई देशों को है Co-WIN में रुचि
कंफेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री (CII) के वर्चुअल समिट में CEO ने बताया 'सेंट्रल एशिया , लैटिन अमेरिका और अफ्रीका से 50 देशों ने Co-WIN जैसे सिस्टम में रुचि प्रकट की। हमारे प्रधानमंत्री ने हमें इसका ओपन-सोर्स वर्जन विकसित कर उन देशों को मुफ्त उपलब्ध कराने को कहा है जिन्हें यह सुविधा चाहिए।' 5 जुलाई को Co-WIN प्लेटफार्म के चीफ ने कहा था कि वे ग्लोबल कॉन्क्लेव आयोजित करने वाले हैं जहां दुनिया को बताएंगे कि यह किस तह काम करता है और इसे कैसे विकसित किया गया।
Dr. RS Sharma (@rssharma3) announced that India is offering the #CoWIN platform as a digital public good, free of cost, to countries across the world. Watch more, here https://t.co/lojWc7Augs" rel="nofollow
Register on: https://t.co/I15dO7bxsm" rel="nofollow, to watch #CoWINGlobalConclave, on July 5, at 3 PM.— National Health Authority (NHA) (@AyushmanNHA) June 28, 2021
5 जुलाई को ग्लोबल कॉन्क्लेव
आरएस शर्मा ने आगे बताया, '5 जुलाई को हम ग्लोबल कॉन्क्लेव कर रहे हैं जहां दुनिया को बताएंगे कि यह सिस्टम कैसे काम करता है, इसे कैसे विकसित किया गया और यह किस तरह काम करता है। साथ ही हम इसका ओपन सोर्स वर्जन किसी भी देश के साथ शेयर करने को कैसे तैयार होंगे। कनाडा, मेक्सिको व अन्य देशों से इसकी काफी मांग की जा रही है।' उन्होंने बताया कि आधार व यूपीआई के अनुभवों से भारत ने इस तरह के प्लेटफार्म को बनाना सीखा है।
Co-WIN प्लेटफार्म पर 300 मिलियन से अधिक रजिस्ट्रेशन
करीब 5 महीनों में Co-WIN प्लेटफार्म पर 300 मिलियन से अधिक रजिस्ट्रेशन हुआ। इसपर प्रत्येक का अकाउंट है। आधार और यूपीआइ के हमारे अनुभव इस तरह के प्लेटफार्म को बनाने में मददगार साबित हुए। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार को जानकारी दी कि वैक्सीनेशन के मामले में भारत अब अमेरिका से आगे है। 16 जनवरी से देश में वैक्सीनेशन की शुरुआत हुई और अब तक कुल 32,36,63,297 खुराक दी जा चुकी है। अमेरिका में 8 दिसंबर से वैक्सीनेशन की शुरुआत हुई और अब तक 32,33,27,328 खुराकें दी गई हैं वहीं ब्रिटेन (United Kingdom), जर्मनी (Germany), इटली (Italy) और फ्रांस (France) में अब तक क्रमश: 7,67,74,990, 7,14,37,514, 4,96,50,721 और 5,24,57,288 खुराकें दी गई हैं।