सेना के विमानों व हेलीकॉप्टर हादसों के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका
याचिका में मिराज हादसे की गहन जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट के एक सेवानिवृत्त जज के नेतृत्व में कोर्ट की निगरानी समिति बनाने की सिफारिश की गई है।
नई दिल्ली, प्रेट्र। भारतीय सेनाओं के विमानों और हेलीकॉप्टरों के हादसों के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में एक जनहित याचिका दायर हुई है। कोर्ट से की गई अपील में ऐसे हादसे भविष्य में न होने देने के लिए केंद्र सरकार को उपाय सुनिश्चित करने के निर्देश देने को कहा गया है।
विगत एक फरवरी को एचएएल के हवाई अड्डे पर वायुसेना के एक प्रशिक्षण विमान मिराज-2000 के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद यह याचिका दायर की गई है। इस हादसे दोनों वरिष्ठ पायलटों स्क्वाड्रन लीडर समीर अबरोल और स्क्वाड्रन लीडर सिद्धार्थ नेगी की मौत हो गई थी।
याचिका में मिराज हादसे की गहन जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट के एक सेवानिवृत्त जज के नेतृत्व में कोर्ट की निगरानी समिति बनाने की सिफारिश की गई है। इस समिति में भारतीय रक्षा सेवाओं के विशेषज्ञ भी शामिल होंगे। याचिकाकर्ता और वकील अलख आलोक श्रीवास्तव ने याचिका में कहा है कि समिति को सरकारी अफसरों और अन्य की जवाबदेही तय करनी चाहिए और हादसों की रोकथाम के लि ए कड़े उपाय करने चाहिए।
याचिकाकर्ता ने मीडिया रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि वर्ष 2015-16 में 35 से अधिक विमान और हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हुए हैं और इस बीच 45 लोगों की जानें गई हैं।