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ट्रैफिक जाम को छूमंतर करेगा जापानी सिस्टम

पायलट परियोजना के लिए अहमदाबाद शहर का हुआ है चुनाव। जापान रियायती दर पर मुहैया कराएगा कर्ज।

By Gunateet OjhaEdited By: Published: Sat, 01 Nov 2014 07:53 PM (IST)Updated: Sat, 01 Nov 2014 08:50 PM (IST)

नई दिल्ली, सुरेंद्र प्रसाद सिंह। भारत के ज्यादातर बड़े शहरों में रोजाना लगने वाले जाम से जापान ने मुक्ति दिलाने की पेशकश की है। जापानी तकनीक इंटेलीजेंस सिस्टम से ट्रैफिक जाम छूमंतर हो जाएगा। शहरी विकास मंत्रालय के साथ विचार-विमर्श में जापानी प्रतिनिधिमंडल भारत के बड़े शहरों के परिवहन तंत्र को मजबूत बनाने के साथ अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी से लैस करने का प्रस्ताव रखा है। इसके तहत शहरों के समूचे परिवहन ढांचे को सुधारने की योजना है।

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जापान यात्रा से दोनों देशों के बीच बने मधुर संबंधों के नतीजे दिखाई देने लगे हैं। इसी सप्ताह जापानी प्रतिनिधिमंडल ने जो प्रस्ताव रखा है, उसमें शहरी यातायात व्यवस्था को दुरुस्त करने और लोगों को शहर की अंदरुनी ट्रैफिक की पल पल की जानकारी देना शामिल है। इसके पायलट प्रोजेक्ट के लिए अहमदाबाद का चुनाव किया गया है। शहरी विकास मंत्रालय के अधिकारियों के मुताबिक जापान की इस परियोजना की सफलता को लेकर कोई संदेह नहीं है।

इसके पहले चरण में जिन शहरों को चयनित किए जाने की संभावना है, उनमें दिल्ली, लखनऊ, कानपुर, बनारस, पटना व रांची जैसे शहर प्रमुख हैं। जाम की समस्या से बुरी तरह ग्रस्त इन शहरों में टोक्यो की तर्ज पर अत्याधुनिक इंटेलीजेंस ट्रांसपोर्ट सिस्टम (आइटीएस) लगाए जाएंगे। जाम मुक्त करने के लिए दिल्ली की तर्ज पर इन शहरों में रिंग रोड भी बनाए जाएंगे ताकि शहर के एक छोर से दूसरे छोर तक जाने वाले भारी वाहनों को शहर के भीतर प्रवेश न करना पड़े। इससे जहां जाम की स्थिति नहीं बनेगी, वहीं शहर का पर्यावरण भी ठीक रहेगा।

शहरों के भीतर के ट्रैफिक के लिए होने वाले सभी निर्माण कार्य पूरी तरह भूकंपरोधी होंगे। आइटीएस के तहत एक किमी की दूरी में कई आधुनिक तकनीक वाले कैमरे, स्पीड गन, वाहनों की गणना करने वाले यंत्र आदि लगे रहेंगे और इनके जरिये सड़क पर वाहनों की स्थिति के बारे में पल-पल की खबर टै्रफिक पुलिस को मिलेगी। मोबाइल पर जीपीएस के साथ गंतव्य की ओर जाने वाले सभी वैकल्पिक रास्तों के बारे में जानकारी मिलती रहेगी। सब कुछ लाइव होगा। कहीं जाने से पहले सभी रास्तों के बारे में पूरी जानकारी मिल जाएगी। आधुनिक प्रणाली से प्रत्येक किमी में वाहनों की संख्या के हिसाब से जाम लगने की पूर्व सूचना मिलेगी।

जापान इंटरनेशनल कोआपरेशन एजेंसी (जायका) ने शहरों की परिवहन प्रणाली के साथ ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार के बाबत रियायती दर पर कर्ज देने को राजी है। इसकी प्रायोगिक शुरुआत अहमदाबाद से की जाएगी। प्रस्तावित शहरों में आइटीएस लगाने के लिए जापानी प्रतिनिधिमंडल ने दौरा शुरू कर दिया है। राज्य सरकार और स्थानीय निकायों से विचार-विमर्श की प्रक्रिया चालू हो गई है। जापान-भारत संयुक्त कार्य समूह की हुई बैठक में इस प्रस्ताव पर ज्यादातर राज्यों व उनके स्थानीय निकायों ने रुचि दिखाई है।


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