कोरोना रोकने में शारीरिक दूरी का रोल अहम, दो हफ्ते में 15 लाख लोग को संक्रमित होने से बचे
भारतवंशी समेत शोधकर्ताओं के एक दल ने कोरोना वायरस की रोकथाम में शारीरिक दूरी की भूमिका को लेकर अध्ययन किया है। इनके अनुसार संक्रमण प्रसार को रोकने में इसकी भूमिका अहम रही है।
नई दिल्ली, प्रेट्र। भारतवंशी समेत शोधकर्ताओं के एक दल ने कोरोना वायरस (कोविड-19) की रोकथाम में शारीरिक दूरी की भूमिका को लेकर अध्ययन किया है। इनका कहना है कि कोरोना के प्रसार को रोकने में इस उपाय की अहम भूमिका पाई गई है। शारीरिक दूरी के उपाय को राष्ट्रीय स्तर पर लागू किए जाने का संबंध सामुदायिक स्तर पर संक्रमण के प्रसार में उल्लेखनीय कमी से पाया गया है।
कोरोना वायरस महामारी से इस समय पूरी दुनिया जूझ रही है। इसकी रोकथाम के प्रयास में विश्व के ज्यादातर देशों में मास्क पहनने, हाथों की स्वच्छता और शारीरिक दूरी जैसे उपायों पर जोर दिया जा रहा है। पीएलओएस वन पत्रिका में प्रकाशित अध्ययन के अनुसार, शारीरिक दूरी उपाए को अपनाए जाने से दुनिया के 46 देशों में दो हफ्ते की अवधि में अनुमानित 15 लाख 70 हजार लोगों को संक्रमित होने से बचाया गया है। शोधकर्ताओं ने इस बात पर जोर दिया है कि लोगों द्वारा इस तरह के उपायों को अपनाए जाने से काफी फायदा हो सकता है।
शारीरिक दूरी से कोरोना के प्रसार पर बड़ा असर पड़ सकता है
अमेरिका की टेक्सास यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर रघु कल्लूरी ने कहा, 'हमारे विश्लेषण से यह स्पष्ट होता है कि शारीरिक दूरी उपाय को अपनाए जाने से कोरोना के प्रसार पर बड़ा असर पड़ सकता है।' शोधकर्ताओं ने यह निष्कर्ष दुनिया के उन 46 देशों से मिले डाटा के विश्लेषण के आधार पर निकाला है, जहां राष्ट्रीय स्तर पर शारीरिक दूरी की नीति अपनाई गई है। रघु ने कहा, 'हमारा मानना है कि कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए भावी उपायों पर विचार करने के दौरान स्वास्थ्य अधिकारियों और नीति निर्माताओं के लिए हमारे निष्कर्ष उपयोग साबित हो सकते हैं।'
दुनियाभर में कोरोना के एक करोड़ 76 लाख से ज्यादा मामले
बता दें कि दुनियाभर में कोरोना के एक करोड़ 76 लाख से ज्यादा मामले सामने आ गए हैं और छह लाख 78 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है। अमेरिका इससे सबसे ज्यादा प्रभावित हुई है। यहां कोरोना के 45 लाख से ज्यादा मामले सामने आ गए हैं और एक लाख 53 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है।