Move to Jagran APP

ट्विटर पर निगरानी के लिए SC में याचिका, फेक अकाउंट से फर्जी ख़बरें, भड़काऊ संदेश फैलाने का आरोप

याचिकाकर्ता ने कहा है कि मशहूर लोगों और गणमान्य व्यक्तियों के नाम पर सैकड़ों फर्जी ट्विटर हैंडल और बोगस फेसबुक अकाउंट हैं।

By Shashank PandeyEdited By: Published: Thu, 21 May 2020 08:46 AM (IST)Updated: Thu, 21 May 2020 08:46 AM (IST)
ट्विटर पर निगरानी के लिए SC में याचिका, फेक अकाउंट से फर्जी ख़बरें, भड़काऊ संदेश फैलाने का आरोप
ट्विटर पर निगरानी के लिए SC में याचिका, फेक अकाउंट से फर्जी ख़बरें, भड़काऊ संदेश फैलाने का आरोप

नई दिल्ली, प्रेट्र। ट्विटर पर निगरानी के लिए सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की गई है। याचिका में कहा गया है कि बोगस अकाउंट से फर्जी खबरें और भड़काऊ संदेश के जरिये समाज में नफरत फैलाई जा रही है। यह याचिका भाजपा नेता विनीत गोयनका ने दायर की है। याचिकाकर्ता ने कहा है कि मशहूर लोगों और गणमान्य व्यक्तियों के नाम पर सैकड़ों फर्जी ट्विटर हैंडल और बोगस फेसबुक अकाउंट हैं।

loksabha election banner

याचिका में कहा गया है, 'इन फर्जी ट्विटर हैंडल और फेसबुक अकाउंट में संवैधानिक अधिकारियों और मशहूर नागरिकों की वास्तविक तस्वीरों का इस्तेमाल किया जाता है। यही कारण है कि आम आदमी ऐसे ट्विटर हैंडल और फेसबुक अकाउंट से जारी संदेशों पर विश्वास कर लेते हैं।' फर्जी अकाउंट जातिवाद और हिंसा भड़काने में इस्तेमाल किए जाते हैं जो देश की एकता के लिए खतरा पैदा करते हैं।

याचिका में कहा गया है कि वर्तमान में करीब 3.5 करोड़ ट्विटर हैंडल हैं। फेसबुक अकाउंट की संख्या 35 करोड़ है। विशेषज्ञों का मानना है कि इनमें से करीब 10 फीसद (35 लाख) ट्विटर हैंडल और 10 फीसद फेसबुक अकाउंट (3.5 करोड़) डुप्लीकेट-बोगस-फर्जी हैं।

इस बीच Twitter खुद अपने ही प्लेटफॉर्म पर ट्रेंड होने लगा है। यूजर्स ने Twitter India के नाम से हैशटैग को ट्विटर पर ट्रेंड करा दिया है। यूजर्स का आरोप है कि उनके फॉलोअर्स रातों-रात कम हो गए हैं। करीब 22 हजार से ज्यादा यूजर्स ने #ट्विटर_इंडिया_चोर_है हैशटैग को अपने ही प्लेटफॉर्म पर ट्रेंड करा दिया है। इस हैशटैग के साथ कई यूजर्स ने अजीबो-गरीब मीम्स भी शेयर किए हैं। इस हैशटैग के साथ खास तौर पर यूजर्स Twitter India से अपने फॉलोअर्स की संख्या कम होने की शिकायत कर रहे हैं।ट्विटर ने साफ किया है कि यूजर्स के फॉलोअर्स की संख्या में जो भी कमी दर्ज की गई है वो इनएक्टिव या मलिशियस या फिर फर्जी अकाउंट्स में की गई कमी की वजह से दिखाई दे रहा है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.