जानवरों का रूप धर खास मकसद से सड़कों पर उतरे पेटा कार्यकर्ता
पेटा ने कहा कि हम लोगों से अपनी जीवनशैली में बदलाव लाने की लगातार मांग करते रहेंगे ताकि वे स्वस्थ जीवन जी सकें और पशुओं को भी स्वस्थ जीवन जीने दें।
नई दिल्ली, एएनआइ। पीपुल फॉर एथिकल ट्रीटमेंट ऑफ एनिमल्स (पेटा) लोगों के बीच शाकाहारी खाने को बढ़ावा दे रहे हैं। इसके तहत मंगलवार को पेटा के सदस्यों ने शारीरिक रूप से विभिन्न जानवरों का रूप धर कर राजधानी दिल्ली की सड़कों पर निकले। खास बात ये है कि उन्होंने विश्व वन दिवस से एक दिन पहले यह कदम उठाया। हर साल 21 मार्च को विश्व वन दिवस मनाया जाता है।
पेटा की प्रतिनिधि नेहा ने कहा कि हमारा मकसद लोगों के बीच यह जागरूकता फैलाना है कि किस तरह अंडे और मांस को लेकर उनकी मांग जंगलों का सफाया करने को मजबूर कर रही है और इसकी वजह से पशु की कई प्रजातियां विलुप्त होने के कगार पर पहुंच गई हैं।
नेहा ने आगे कहा कि हम लोगों से अपनी जीवनशैली में बदलाव लाने की लगातार मांग करते रहेंगे ताकि वे स्वस्थ जीवन जी सकें और पशुओं को भी स्वस्थ जीवन जीने दें। आको बता दें कि पेटा पशुओं के अधिकारों एवं संरक्षण के लिए काम करने वाला एक वैश्विक संगठन है।
गौरतलब है कि आज विश्व वन दिवस मनाया जा रहा है। एक पेड़ अपने पूरे जीवनकाल में हर तरह से मनुष्य के काम आता है। भोजन प्रदान करने, छांव देने, घर बनाने को लकड़ी देने से लेकर सांसे लेने के लिए जीवनदायिनी ऑक्सीजन भी देता है। आपके आसपास जितने अधिक पेड़ उतना कम प्रदूषण। इसके बावजूद आधुनिकता की अंधाधुंध दौड़ में जंगलों की कटाई तेजी से जारी है।
2016 में कुल 7.3 करोड़ एकड़ वन क्षेत्र का खात्मा हुआ। वनों को बचाने और धरती को हरा-भरा बनाए रखने के लिए लोगों को जागरूक करने के उद्देयश से हर साल आज के दिन अंतरराष्ट्रीय वन दिवस मनाया जाता है।