दुनिया में सबसे अच्छी नींद लेते हैं भारत में रहने वाले लोग, सबसे खराब स्थिति दक्षिण कोरिया व जापान
फिलिप्स की ओर से ग्लोबल मार्केट रिसर्च फर्म केजीटी ग्रुप द्वारा इस सर्वे को अंजाम दिया गया है। यह सर्वे 12 देशों में किया गया है।
नई दिल्ली, आइएएनएस। जब गुणवत्तापरक नींद लेने की बात होती है तो आश्चर्यजनक रूप से भारत शीर्ष पर आ गया है। भारत एक एसा देश है जहां लोगों को रात में सबसे अच्छी नींद मिलती है। भारत के बाद सऊदी अरब और चीन हैं। फिलिप्स की ओर से ग्लोबल मार्केट रिसर्च फर्म केजीटी ग्रुप द्वारा इस सर्वे को अंजाम दिया गया है। यह सर्वे 12 देशों में किया गया है। इसमें 18 वर्ष की ऊपर के 11006 लोगों पर अध्ययन किया गया और पाया गया कि 62 प्रतिशत लोगों को लगता है कि जब वह बिस्तर पर जाते हैं तो उन्हें अच्छी नींद नहीं आती है। इस मामले में सबसे खराब स्थिति दक्षिण कोरिया और जापान की है। औसतन विश्व भर में लोग काम के दिनों में 6.8 घंटे सोते हैं तो वहीं वीकेंड पर एक घंटा ज्यादा सोते हैं।
26 फीसद लोगों का कहना है कि उनकी नींद में सुधार हुआ है तो 31 फीसद लोगों का मानना है कि उनकी नींद में कोई बदलाव नहीं आया है। दुनिया भर में नींद की गुणवत्ता घटने के शीर्ष पांच कारणों में तनाव (54 प्रतिशत), नींद का माहौल (40 प्रतिशत), काम या स्कूल का कार्यक्रम (37 प्रतिशत), मनोरंजन (36 प्रतिशत) और स्वास्थ्य की स्थिति (32 प्रतिशत) शामिल हैं।
कम नींद लेने से क्या होता है नुकसान
डॉक्टर गौरव गुप्ता का कहना है कि यदि आप पर्याप्त नींद नहीं लेते हैं तो आपको कई तरह की बीमारियां भी लग सकती हैं। नींद पूरी न होने का असर सेहत पर भी पड़ता है। डॉक्टरों का कहना है कि नींद की कमी का नकारात्मक असर आपके दिमाग पर भी पड़ता है। उन्होंने बताया कि अगर आप पर्याप्त मात्रा में नींद नहीं ले पा रहे हैं तो इससे आपकी दिमागी क्षमता कम हो जाती है।
नींद पूरी नहीं होने से दिमाग को पर्याप्त आराम नहीं मिल पाता जिससे उसकी कार्यक्षमता प्रभावित होती है। नींद पूरी न होने पर दिमाग अनावश्यक विचारों और भावों को समाप्त नहीं कर पाता जो कि दिमाग की सफाई की तरह है। नींद दिमाग के लिए पोषण का काम करती है और मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाती है, जिससे अच्छी नींद लेने के बाद आप ताजगी महसूस करते हैं। लेकिन पर्याप्त नींद नहीं होने पर आप मानसिक भारीपन का शिकार होते हैं। पूरी और अच्छी नींद लेने वाले लोगों की तुलना में लगातार कम नींद लेने वाले लोग जल्दी और अधिक तनाव की चपेट में आते हैं।
नींद पूरा करना बहुत जरूरी
दरअसल आज के समय में निजी नौकरी और अन्य तरह की भागदौड़ में लोगों के पास सोने का समय कम रह जाता है, लोग देर रात तक काम करते हैं मगर भरपूर नींद नहीं ले पाते हैं। सुबह जल्दी उठकर स्कूल, कॉलेज या ऑफिस के लिए निकल जाते हैं, ऐसे में नींद पूरी ना होना लाजिमी है, मगर उनको इस बात का अहसास नहीं होता कि यदि नींद पूरी नहीं की तो दूसरी बीमारियों के शिकार हो जाएंगे।
अधूरी नींद के नुकसान
डॉक्टर राजीव रंजन का कहना है कि नींद पूरी ना होने से शरीर केे हार्मोन असंतुलित हो जाते हैं। इसकी वजह से व्यक्ति को हाई कैलोरी फूड खाने का मन करता है और अनहेल्दी खाना खाने से स्वास्थ्य तो खराब होता ही है साथ ही वजन भी बढ़ता है। यदि आप रोजाना अधूरी नींद ले रहे हैं तो आप जल्दी ही दिल की बीमारियों के शिकार हो सकते हैं। उन्होंने बताया कि कम नींद की वजह से हार्ट अटैक, हाई ब्लड प्रेशर, स्टोक, हार्ट फेलियर जैसी बीमारी की आशंका बढ़ जाती है।
इसके अलावा कई अन्य तरह की भी बीमारियां हो जाती हैं जैसे टेस्टोस्टेरॉन हार्मोन की वजह से ही महिलाओं और पुरुषों में शारीरिक संबंध बनाने की इच्छा जागती है। सोने से टेस्टोस्टेरॉन का लेवल बढ़ जाता है लेकिन नींद की समस्या है तो ये आपकी सेक्स ड्राइव को भी कम कर सकती है। नींद की कमी से धुंधला दिखना, डबल दिखना या ऑब्जेक्ट का थोड़ा सा ही हिस्सा देख पाना जैसी समस्याएं शुरु हो जाती है। इसके अलावा यदि आपकी नींद पूरी नहीं हो पा रही है तो आपको स्किन की भी समस्या हो जाएगी। कम नींद से स्किन पर पराबैंगनी किरणों से हुआ डैमेज भी जल्दी ठीक नहीं होता है और ऐसे लोगों के चेहरे पर बुढ़ापा जल्दी दिखने लगता है।