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क्वारंटाइन सेंटर में जैकी से दहशत में लोग, चट कर गया लोगों के खाने, जानें क्‍या है पूरा मामला

भोपाल में मंगलवार को क्वारंटाइन किए गए परिवार के सभी सदस्यों का रात्रि का भोजन जैकी चाट गया। रात 10 बजे परिवार वालों ने हंगामा कर दिया।

By Arun Kumar SinghEdited By: Published: Wed, 20 May 2020 10:05 PM (IST)Updated: Wed, 20 May 2020 10:05 PM (IST)
क्वारंटाइन सेंटर में जैकी से दहशत में लोग, चट कर गया लोगों के खाने, जानें क्‍या है पूरा मामला
क्वारंटाइन सेंटर में जैकी से दहशत में लोग, चट कर गया लोगों के खाने, जानें क्‍या है पूरा मामला

भोपाल, राज्‍य ब्‍यूरो। आपने फिल्म शोले का यह मशहूर डायलॉग जरूर सुना होगा कि बेटे सो जा, नहीं तो गब्बर आ जाएगा। कुछ इसी तरह का हाल भोपाल के एक क्वारंटाइन सेंटर का है। क्वारंटाइन सेंटर में भर्ती लोग एक-दूसरे को यही सलाह देते हैं कि भोजन के अपने पैकेट संभाल कर रखो, वर्ना जैकी चाट जाएगा। वह किसी भी खाने में मुंह लगा सकता है। 

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क्वारंटाइन सेंटर में जैकी के कारण खौफ का माहौल  

दरअसल जैकी एक डॉगी का नाम है। यह पालतू श्वान महावीर मेडिकल कॉलेज में क्वारंटाइन हुए परिवारों में से एक परिवार के साथ है। पूरे सेंटर में जैकी के कारण खौफ का माहौल है। मंगलवार को जैकी के साथ क्वारंटाइन परिवार के सभी सदस्यों का रात्रि का भोजन जैकी चाट गया। रात 10 बजे परिवार वालों ने हंगामा कर दिया।

क्वारंटाइन सेंटर में डॉगी जैकी के रहने से अफसर परेशान 

सूचना पर बैरागढ़ एसडीएम मनोज वर्मा भोजन के दस पैकेट लेकर क्वारंटाइन सेंटर पहुंचे और परिवार के लोगों को भोजन उपलब्ध कराया और पूछा कि आपको तो भोजन के पैकेट दिए गए थे फिर ऐसा क्यों कर रहे हैं? इस पर परिवार के लोगों ने बताया कि उनका जैकी उनके सारे पैकेट्स चाट गया है। ऐसे में यह भोजन खाने योग्य नहीं बचा।

भोजन को सुरक्षित रखना आपका काम

इस पर एसडीएम ने लोगों को समझाया कि भोजन के पैकेट्स को सुरक्षित रखना आपका काम है। इधर, क्वारंटाइन सेंटर के अन्य लोग भी काफी परेशान रहते हैं कि उनके भोजन का पैकेट भी कहीं जैकी न चाट जाए। वहीं, जैकी के भौंकने और काट लेने की आशंका के चलते भी लोग खौफजदा हैं। 

परिवार की जिद पर किया था जैकी को क्वारंटाइन 

ज्ञात हो कि विजय लक्ष्मी स्कूल के पीछे जिंसी जहांगीराबाद क्षेत्र निवासी कोमलदास के परिवार को क्वारंटाइन किया गया है। यह परिवार क्वारंटाइन में जाने के लिए सिर्फ इस बात पर तैयार हुआ कि उनके साथ उनका 'जैकी' भी जाएगा। इस पर परिवार के साथ ही जैकी का नाम लिखकर परिवार को महावीर मेडिकल कॉलेज का कमरा नंबर आठ आवंटित किया गया। जैकी के नाम से खाने का बॉक्स अलग दिया जाता है। अधिकारियों को कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए ये जतन करने पड़ रहे हैं।

 

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