पेटीएम के मोबाइल एप से लेनदेन की सेवा दुबारा शुरू
शर्मा के अनुसार मोबाइल एप के जरिये भुगतान की सुविधा को दुबारा लांच करने से पहले कुछ और फीचर जोड़ना चाहती थी।
मुंबई, प्रेट्र। ऑनलाइन पेमेंट कंपनी पेटीएम ने अपनी प्वाइंट ऑफ सेल (पीओएस) सेवा दुबारा शुरू कर दी है। इसके जरिये बिना स्वाइप मशीन के मोबाइल एप से कैशलेस ट्रांजेक्शन किया जा सकता है। यह जानकारी कंपनी के चीफ एक्जीक्यूटिव विजय शेखर शर्मा ने दी है। कंपनी ने दो दिन पहले सुरक्षा कारणों से यह सर्विस स्थगित कर दी थी।
शर्मा ने यहां एक कार्यक्रम के बाद संवाददाताओं को बताया कि एप स्टोर पर पेटीएम का एप दुबारा उपलब्ध करा दिया गया है। उन्होंने सुरक्षा को लेकर उठे सवालों पर कहा कि सुरक्षा को लेकर खतरा पेटीएम के मोबाइल एप से उतना ही है जितना खतरा किसी दुकान पर स्वाइप मशीन के जरिये डेबिट या क्रेडिट कार्ड से भुगतान करने पर होता है। स्वाइप मशीन में भी कार्ड का डाटा स्टोर हो जाता है।शर्मा के अनुसार मोबाइल एप के जरिये भुगतान की सुविधा को दुबारा लांच करने से पहले कुछ और फीचर जोड़ना चाहती थी।
पेटीएम के मोबाइल एप से भुगतान करने के लिए किसी स्वाइप मशीन की जरूरत नहीं होती है। भुगतान सीधे खरीदार के ई-वॉलेट से विक्रेता के ई-वॉलेट में जमा होता है।कपनी ने दो दिन पहले सर्विस स्थगित करते समय कहा था कि यह सेवा शुरू करने के बाद हमने सभी पक्षों से समूचे प्रोसेस को और सुरक्षित बनाने के लिए कई दौर में चर्चा की। प्राप्त सुझावों के आधार पर हमने इसे दुबारा लांच करने से पहले कुछ और सर्टिफिकेशन और फीचर जोड़ने का फैसला किया। कंपनी जल्द ही नए फीचर्स के साथ यह सुविधा दुबारा लांच करेगी। पेटीएम की सर्विस के बारे में कहा गया था कि विक्रेता के फोन में खरीदार के कार्ड का विवरण देना और भुगतान के लिए कार्ड प्रस्तुत करना दोनों अलग-अलग प्रक्रिया हैं।
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आइआरसीटीसी तेजी से लागू करेगी कैशलेस ट्रांजेक्शन
नई दिल्ली। कैशलेस ट्रांजेक्शन को बढ़ावा देने के लिए इंडियन कैटरिंग एंड ट्यूरिज्म कॉरपोरेशन (आइआरसीटीसी) ने अपने कामकाज का डिजिटाइजेशन और तेज करने का फैसला किया है। खासकर ई-कैटरिंग, ई-टिकटिंग और पर्यटन क्षेत्र में लेनदेन को नकदी रहित बनाया जाएगा।
आईआरसीटीसी के चेयरमैन व मैनेजिंग डायरेक्टर ए. के. मनोचा ने कहा कि 500 व 1000 रुपये के नोट बंद किये जाने के बाद देश कैशलेस इकोनॉमी की ओर तेजी से बढ़ रहा है। हमने पहले ही सरकार के डिजिटल इंडिया कार्यक्रम के तहत आइआरसीटीसी के कामकाज को बडे़ पैमाने पर डिजिटाइज किया है। अब हम इस अभियान को और तेज करेंगे और इस तरह डिजिटाइजेशन करेंगे कि आम यात्रियों को सुविधा मिले।
उन्होंने कहा कि आइआरसीटीसी पहले ही ट्रेन, एमएसटी (मासिक सीजन टिकट) और फ्लाइट बुकिंग कैशलेस ट्रांजेक्शन के जरिये कर रही है। हाल में लांच की गई फूड ऑन ट्रैक ई-कैटरिंग सेवा को भी अच्छा रिस्पांस मिला है। इसके जरिये यात्री आइआरसीटीसी के पैनल में शामिल फूड सर्विस वैंडरों की सूची से खाने-पीने की चीजें खरीद सकते हैं।